यमुनानगर में विरोध में उतरे लक्कड़ आढ़ती, मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर पर लगाया ये आरोप
मार्किट कमेटी सुपरवाइजर पर चेकिंग के नाम पर नाजायज परेशान करने का आरोप लगा सड़क पर उतरे लक्कड़ आढ़ती। सुपरवाइजर बोले नियमानुसार कर रहे कार्य मंडी में 50 से बढ़ाकर ट्रालियाें की संख्या पहुंचाई 400 तक। कई घंटे कामकाज रहा प्रभावित।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर पर बेवजह परेशान किए जाने का आरोप लगाते हुए लक्कड़ मंडी के आढ़ती विरोध में सड़क पर उतर आए। मार्केट कमेटी सुपरवाइजर व फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। कई घंटे तक लकड़ी की खरीद फरोख्त बंद कर दी।
आढ़तियों का आरोप है कि मंडी सुपरवाइजर चेकिंग के नाम पर उन्हें परेशान कर रहे हैं। ट्रालियों काे रोका जा रहा है। जबकि फैक्ट्रियों में बिना बिल के लक्कड़ जा रही है। उसकी चेकिंग नहीं की जाती। इस दौरान सहारनपुर रोड पर लक्कड़ से लदी ट्रालियों की लंबी लाइन लग गई। जिससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित हुई। बाद में मार्केट कमेटी सचिव गौरव आर्य आढ़तियों के बीच पहुंचे। उन्होंने कहा कि आढ़तियों की मांग मंडी व्यवस्था बदलने की है। इस संबंध में आलाधिकारियों से बात की जाएगी।
आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान शुभम राणा, संदीप राणा का कहना है कि मार्केट कमेटी वाले किसानों व आढ़तियों को परेशान करते हैं। नाजायज चेकिंग की जा रही है। एक तरफ सरकार कहती है कि किसान अपना माल कही भी बेच सकता है। जब किसान अपने माल को कही भी बेच सकता है, तो फिर यहां मंडी में जबरन ट्रालियों को घुसाया जा रहा है। यदि मंडी के अंदर ट्रालियां जा रही है, तो उनके बिल काटे जाते हैं। इन बिलों को फैक्ट्री संचालक नहीं मानते। जिसका जीएसटी भी आढ़तियों को ही भरना पड़ता है। अब मार्किट कमेटी के सचिव आए थे। उन्होंने एक सप्ताह तक कोई भी चेकिंग न कराने का आश्वासान दिया है। यदि फिर भी समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो फिर आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान संदीप राणा खजूरी, बलदेव पंवार, अनिरुद्ध राणा, रामबीर सिंह, राजेश कांबोज, राकेश जाट, अशोक गुर्जर, राजकुमार, अरविंद, सोनू चौधरी, प्रदीप खजूरी आदि भी मौजूद रहे।
विधायक से भी मिल चुके आढ़ती
आढ़तियों का यह भी आरोप है कि फैक्ट्री संचालक बिल नहीं ले रहे हैं। मार्केट कमेटी की दो फीसद फीस आढ़तियों को भरनी पड़ रही है। जिससे आढ़तियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। इस बारे में पहले विधायक घनश्याम दास अरोड़ा व व्यापारी कल्याण बोर्ड के चेयरमैन राम निवास गर्ग से भी मिले। लेकिन कोई हल नहीं निकला। आरोप यह भी है कि मार्केट कमेटी के अधिकारी मंडी में चेकिंग करते हैं, लेकिन जो फैक्टरी संचालक सीधे तौर पर लकड़ी खरीद रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती। न ही फैक्ट्रियों में जांच की जाती है।
नियमानुसार किया जा रहा कार्य
मार्केट कमेटी के सुपरवाइजर अजय कुमार का कहना है कि वह नियमानुसार कार्य कर रहे हैं। किसी भी आढ़ती को बेवजह परेशान नहीं किया जा रहा। पहले मंडी में 50 ट्रालियां रोजाना पहुंचती थी। अब यह बढ़कर 400 पर पहुंच गई है। ईमानदारी से ड्यूटी कर रहे हैं। हमारा कार्य राजस्व बढ़ाना है। अब चेकिंग से बचने के लिए उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है।