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जींद शहर के अंदर से बसें गुजारे जाने की मांग को लेकर छात्रों ने बस अड्डा का गेट किया बंद

जींद में शहर के अंदर से बसें गुजारने को लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया। छात्रों ने बस अड्डे का गेट बंद कर दिया। रोडवेज महाप्रबंधक तथा डीएसपी के आश्वासन पर माने छात्र। लगभग डेढ़ घंटा रहा बसों का परिचालन बंद।

By Dharmbir SharmaEdited By: Anurag ShuklaPublished: Thu, 29 Sep 2022 12:04 PM (IST)Updated: Thu, 29 Sep 2022 12:04 PM (IST)
जींद बस अड्डे पर छात्रों ने प्रदर्शन किया।

जींद, जागरण संवाददाता। जींद शहर के अंदर से रोडवेज बसों को चलाए जाने की मांग को लेकर वीरवार सुबह छात्रों ने गांव पांडू पिंडारा स्थित नए बस स्टैंड के गेट पर ताला लगा दिया और नारेबाजी कर रोष जताया। छात्रों ने कहा कि बसों के शहर के अंदर से नहीं चलने पर उन पर किराये की दोहरी मार पड़ रही है।

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छात्रों के लामबंद होने की सूचना मिलने पर डीएसपी रोहतास पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और विद्यार्थियों की महाप्रबंधक अशोक कौशिक से बातचीत करवाई। रोडवेज महाप्रबंधक द्वारा आश्वासन देने पर छात्र शांत हुए। सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर दस बजे तक लगभग डेढ़ घंटे तक बसों का परिचालन बंद रहा।

छात्रों ने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र से शहर में शहर में पढ़ने आते हैं और उनके शिक्षण संस्थान शहर के अंदर गोहाना रोड पर हैं। इसके अलावा जितने भी कोचिंग सेंटर है, वह भी ज्यादातर शहर में गोहाना रोड ही हैं। रोडवेज बसें शहर के अंदर से नहीं जा रही हैं, जिसके चलते वह बस स्टैंड पर उतरना पड़ता है और उन्हें 20 रुपये अतिरिक्त किराया देकर आटो से शिक्षण संस्थान तक जाना पड़ता है। इसके चलते उन्हें किराये की दोहरी मार पड़ रही है।

छात्रों ने मांग की कि सभी बसों को शहर के अंदर से संचालन किया जाए ताकि उन्हें आटो का अतिरिक्त किराया नहीं देना पड़े। छात्रों के लामबंद होने की सूचना मिलने पर डीएसपी रोहतास मौके पर पहुंचे और छात्रों की रोडवेज महाप्रबंधक अशोक कौशिक से बातचीत करवाई। महाप्रबंधक ने छात्रों को आश्वासन दिया कि विद्यार्थियों की समस्या का समाधान करवाया जाएगा और छात्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं आने दी जाएगी। बाद में छात्रों को सिटी बसों के सहारे उनके शिक्षण संस्थानों तक पहुंचाया गया और प्रशासन ने राहत की सांस ली।

दोपहर दो बजे विद्यार्थियों और डीटीओ के साथ होगी बैठक

"दोपहर दो बजे विद्यार्थियों और डीटीओ के साथ बैैठक होगी। इसमें फैसला लिया जाएगा। ज्यादातर समस्या है कि प्राइवेट बस वाले विद्यार्थियों को बसों में बैठाने में आनाकानी करते हैं। इस कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। शहर के अंदर से भी बसों को लेकर जाना उचित नहीं है, क्योंकि इससे शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है और हादसा होने का डर रहा है।"

--अशाेक कौशिक, रोडवेज जीएम जींद डिपो।


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