मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य करेंगे परिवार पहचान पत्र का सत्यापन
निजी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों के परिवारों को पहचान पत्र बनवाने में अब परेशानी नहीं होगी। विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूल सहित मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य को सत्यापन का अधिकार दिया है।
अरविन्द झा, पानीपत
निजी स्कूलों में शिक्षा हासिल करने वाले बच्चों के परिवारों को पहचान पत्र बनवाने में अब परेशानी नहीं होगी। विद्यालय शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूल सहित मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के प्रधानाचार्य को सत्यापन का अधिकार दिया है। प्रदेश के जिलों में दो ग्रुपों में बांटकर सत्यापन की तिथि निर्धारित कर दी है। निदेशालय के इस कदम से लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी होगी।
सरकार प्रदेश के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के परिवारों का पहचान पत्र बना रही है। प्रत्येक जिले के चुनिंदा सरकारी स्कूलों में गत पांच अगस्त से यह कार्य शुरू हुआ। प्रथम चरण पूरा हो जाने के बाद निजी स्कूलों को इस कार्यक्रम में जोड़ लिया गया है। पहचान पत्र बनाने में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड, आयु प्रमाण पत्र व बैंक खाता होना अनिवार्य है। 21 वर्ष से अधिक आयु होने पर मतदाता पहचान पत्र भी जरूरी है।
निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पहचान पत्र बनवाने में सत्यापन की समस्या आड़े आ रही थी। विद्यालय शिक्षा निदेशालय से अब समस्या दूर कर दी गई है। 22 जिलों को दो भागों में बांटकर समय सारणी निर्धारित की गई है। उस तिथि पर बच्चों का सत्यापन मान्यता प्राप्त निजी स्कूल के प्रधानाचार्य करेंगे। समय सारणी प्रतिभागी जिले
24 से 26 सितंबर गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, जींद, पंचकूला, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल, भिवानी, चरखी दादरी
01 से 03 अक्टूबर रोहतक, झज्जर, सोनीपत, पानीपत, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, नूहं, रेवाड़ी व महेंद्रगढ़ निर्धारित तिथि पर आएंगे अभिभावक
विद्यालय शिक्षा निदेशालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मान्यता प्राप्त निजी स्कूल की तरफ से निर्धारित की गई तिथि पर बच्चों के माता-पिता सत्यापन के लिए आएंगे। स्कूल की तरफ से उन्हें सूचना दी जाएगी। निजी विद्यालय के स्टाफ इसका सत्यापन करेंगे। पोर्टल पर डाटा एंट्री के लिए जिला प्रशासन की तरफ से स्टाफ उपलब्ध कराया जाएगा। पचास से अधिक नहीं होंगे एकत्र
पानीपत के डीईओ रमेश कुमार ने बताया कि कोविड 19 को देखते हुए निर्देश दिया गया है कि समय सारणी इस तरह से तैयार करेंगे कि पचास से अधिक व्यक्ति स्कूल परिसर में एकत्र नहीं होंगे। शारीरिक दूरी भी बना कर रखेंगे।