लस्सी वाले की बेटी को पीएम ने इसलिए मन की बात में सराहा, झूम उठा गांव
पानीपत की बेटी के जज्बे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मुरीद हो गए हैं। मन की बात में बॉक्सर बिटिया की प्रशंसा की। इस की कहानी को जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था।
पानीपत [विजय गाहल्याण]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 51वें मन की बात कार्यक्रम में बुआना लाखू की बॉक्सर बेटी रजनी कश्यप के जज्बे और लस्सी बेचने वाले पिता जसमेर कश्यप के संघर्ष को सराहा। उन्होंने रजनी की विषम परिस्थितियों में सब जूनियर बॉक्सिंग चैंपियनशिप में पदक जीतने की प्रशंसा की। पीएम ने कहा कि पदक जीतने के बाद रजनी ने दूध पीया, वह इसलिए क्योंकि बेटी को चैंपियन बनाने के लिए पिता लस्सी बेच रहे हैं।
जब प्रधानमंत्री रजनी की गौरव गाथा गा रहे थे तब माता मजदूरी कर रही थी और पिता पानीपत शहर में लस्सी बेच रहे थे। कोच सुरेंद्र सिंह मलिक ने रजनी को मन की बात में प्रधानमंत्री की ओर से जिक्र किए जाने की जानकारी दी। काम कर लौटी मां ऊषा को जानकारी मिली तो उसने बेटी को गले लगा लिया। ग्रामीणों ने भी खुशी में लड्डू बांटे। दैनिक जागरण ने 27 दिसंबर के अंक में 'पिता बेचते लस्सी, मां करती मजदूरी और लाडो मुक्केबाज' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इममें रजनी और उनके पिता के संघर्ष की कहानी बताई थी।
मां बोलीं- चार बेटियों और बेटे के हक का दूध पिलाने का फल
ऊषा ने बताया कि उसकी बेटी पिंकी, पूजा, रजनी, ज्योति और स्वीटी हैं। सबसे छोटा बेटा मोहित है। उसकी आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि रजनी के लिए बादाम और काजू खरीद सके। उसने चार बेटियों और बेटे के हिस्से का दूध रजनी को पिलाया। रजनी ने भी कड़ा अभ्यास किया और उसका फल भी मिल गया।
पिता ने कहा-पीएम ने तारीफ कर देश में मशहूर कर दिया
12 साल से लस्सी बेचकर परिवार का पोषण कर रहे जसमेर कश्यप ने कहा कि वह सुबह आठ बजे ही लस्सी लेकर शहर में बेचने चला गया था। दोपहर बाद घर लौटा तो बेटी ने बताया कि प्रधानमंत्री ने मन की बात में उसका और आपका नाम लिया है। इसकी ऑडियो रिकार्डिंग भी सुनवाई। गांव के लोग बधाई देने घर पहुंच रहे हैं और प्रदेश के कोने-कोने से लोग बधाई फोन आ रहे हैं। जसमेर ने कहा बेटी जब तक चाहे खेले वह उसे रोकेगा नहीं। परिस्थिति जैसी भी हों। बेटी ने पूरे देश में मान बढ़ा दिया है।
थैंक्स जागरण, उनकी बदौलत ही पीएम ने प्रशंसा की
डीएवी स्कूल समालखी की 11वीं कक्षा की छात्रा 16 वर्षीय रजनी कश्यप ने पीएम की तारीफ पर कहा- थैंक्स दैनिक जागरण। साथ ही बताया कि सात साल पहले कोच सुरेंद्र सिंह मलिक के फूल सिंह मेमोरियल स्पोटर्स क्लब (बॉक्सिंग एकेडमी) में अभ्यास शुरू किया था। तब पड़ोसियों ने पिता को कह दिया था कि बेटी को बॉक्सिंग रिंग में भेजने से बदनामी होगी। पिता ने एकेडमी छुड़ा दी थी। कोच मलिक ने जसमेर को समझाया और उसका पूरा साथ दिया। अब उसका लक्ष्य भोपाल में 4 से 8 जनवरी तक नेशनल स्कूल व 13 से 20 जनवरी तक पुणे में खेलो इंडिया नेशनल चैंपियनशिप में पदक जीतना है।
बेटी ने गांव का नाम रोशन किया
बुआना लाखु गांव की सरपंच दर्शना देवी ने कहा कि रजनी लगातार सफलता हासिल कर रही है। इससे गांव का नाम रोशन हुआ है। पंचायत रजनी का पूरा सहयोग करेगी।
छोटी टायसन करती है आठ घंटे अभ्यास
कोच सुरेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि रजनी माइक टायसन की तरह बॉक्सिंग करती है। वह उसे छोटी टायसन भी कहते हैं। रजनी हर रोज छह घंटे अभ्यास करती है। स्टेट और नेशनल प्रतियोगिता के नजदीक आने पर रजनी प्रतिदिन आठ घंटे अभ्यास करती है। रजनी के राइट व लेफ्ट हुक के सामने विरोधी बॉक्सर टिक नहीं पाती है।