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Health Department: अंबाला में इन अधिकारियों को डेपुटेशन पर वापस लाने की तैयारी, डाक्टरों की कमी होगी पूरी

अंबाला के अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए दो डिप्टी सीएमओ से 2 एसएमओ और 13 मेडिकल अधिकारियों ने डेपुटेशन पर पंचकूला में तैनाती खत्म होने जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में साफ कहा गया था।

By Naveen DalalEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 05:31 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 05:31 PM (IST)
अंबाला के अस्पतालों में होगी डाक्टरों कमी होगी पूरी।

अंबाला, जागरण संवाददाता। अंबाला जिले के सभी अस्पतालों में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए अंबाला के दो डिप्टी सीएमओ से 2 एसएमओ और 13 मेडिकल अधिकारियों ने डेपुटेशन पर पंचकूला में तैनाती खत्म होने जा रही है। डेपुटेशन पर सिविल सर्जन कार्यालय के डिप्टी सीएमओ अलका नंदा और डा. सूबे सिंह एक साल से पंचकूला में जमे थे, जिन्हें वापस बुलाने की तैयारी चल रही हैं।

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सिविल सर्जन कार्यालय में मेडिकल अधिकारी डा. विशाल सिंगला और डा. माला चंद्र पंचकूला, मेडिकल अधिकारी डा. मीनू शर्मा, डा. सीमा अग्रवाल डेपुटेशन पर कैथल में हैं इन्हें भी वापस बुलाया जा रहा है। नागरिक अस्पताल छावनी में मेडिकल अधिकारी डा. श्वेता मित्तल, डा. सुरजीत कोहली डेपुटेशन पर पंचकूला में ड्यूटी कर रहें हैं। इसके अलावा मुलाना में सीनियर मेडिकल अधिकारी डा. सजिंद्र सैनी पंचकूला, नारायणगढ़ के डा. प्रवीन कुमार, डा. राकेश सैनी, मुलाना के डा. विशाल मोदिगिल, डा. रीतू, डा. प्रियंका, नारायणगढ़ की डा. मीरा गुप्ता और डा. नवजोत सिंह भी डेपुटेशन पर पंचकूला में ड्यूटी कर रहें हैं। इन सभी मेडिकल अधिकारियों से लेकर स्टाफ को वापस बुलाने की योजना पर सरकार ने काम शुरू किया है।

मुख्य सचिव के पत्र में डाक्टरी पेशे से न्याय नहीं का हवाला

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से जारी पत्र में साफ कहा गया था कि डाक्टरों की होने के बावजूद बहुत ज्यादा डॉक्टर प्रशासनिक कार्य देख रहे हैं। यह डा.क्टरी पेशे से न्याय नहीं है। इसलिए हेल्थ सर्विसिज को इंप्रूव करने के लिए सबको क्लीनिकल ड्यूटी करनी है। आदेश में स्पष्ट था कि डेपुटेशन पर कार्यरत डा.क्टरों को भी मरीज देखने होंगे। जो डिप्टी सीएमओ किसी सप्ताह के दोनों दिन मरीज नहीं देख पाएगा, उसे अगले सप्ताह चार दिन मरीज देखने होंगे। इन डॉक्टरों को एक संस्थान का चयन करके डीजी हेल्थ को बताना था कि वह कहां मरीजों को देखेंगे। दो दिन मरीज न देखने पर सरकार के लाभ नहीं मिलने की बात भी कही गई थी। यही नहीं, जो डॉक्टर दो दिन क्लीनिकल ड्यूटी नहीं करेगा, उसे अनुपस्थित भी मान लिया जाएगा। इस आदेश में किसी भी डॉक्टर को छूट नहीं है।

स्टाफ नर्स के स्वीकृत और उस पर पोस्टिंग

अस्पताल का नाम               स्वीकृत पद                तैनाती                  खाली

नागरिक अस्पताल शहर          90                         31                        69

नागरिक अस्पताल छावनी        90                         26                        64

नारायणगढ़                           38                         14                        24

चौड़मस्तपुर                          19                          9                          10

मुलाना                                 13                          5                           8

बराड़ा                                  13                          6                           7

शहजादपुर                             24                         4                          20

टीबी अस्पताल शहर                 1                           1                          0

ब्लड बैंक अंबाला शहर            1                            1                           0

अधिकारी के अनुसार

अंबाला छावनी के प्रिंसिपल मेडिकल डा राकेश सहल के अनुसार डेपुटेशन पर सरकार की संस्तुति पर चिकित्सक पंचकूला अथवा अन्य स्थानों पर हैं। अगर सरकार चाहेगी तो वह पुन: अपने मूल तैनाती स्थल पर आकर कोरोना कॉल में ड्यूटी कर सकेंगे।


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