अंबाला में बर्ड फ्लूः पीएमओ की निगरानी में बिचपड़ी का पोल्ट्री फार्म, हर माह भेजने होगी रिपोर्ट
पशुपालन विभाग की ओर से 14 जनवरी को शहजादपुर के गांव बिचपड़ी स्थित पोल्ट्री फार्म से 15 सैंपल लिए गए थे। इसके बाद सैंपलों को जांच के लिए पंजाब के जालंधर में भेज दिया गया था। जहां से विगत दिनों पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है।
By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sun, 14 Feb 2021 08:00 PM (IST)Updated: Sun, 14 Feb 2021 08:00 PM (IST)
पानीपत/ अंबाला [अवतार चहल]। अंबाला शहर में बर्ड फ्लू को लेकर जिला प्रशासन ही अलर्ट नहीं है, बल्कि इसके लिए पीएमओ (प्रधानमंत्री कार्यालय) भी संजीदा है। जो बर्ड फ्लू को लेकर हर पहलू पर नजर रखेगा। पशुपालन विभाग के विशेषज्ञों को इसके लिए तैनात कर दिया गया है, जो सैंपलिंग के साथ-साथ हर तरह से बचाव करेंगे। वहीं शहजादपुर के गांव बिचपड़ी का पोल्ट्री फार्म हाउस की भी निगरानी में रहेगा। जो विशेषज्ञों से हर रिपोर्ट पर समीक्षा करेगा।
बता दें कि पशुपालन विभाग की ओर से 14 जनवरी को शहजादपुर के गांव बिचपड़ी स्थित पोल्ट्री फार्म से 15 सैंपल लिए गए थे। इसके बाद सैंपलों को जांच के लिए पंजाब के जालंधर में भेज दिया गया था। जहां से विगत दिनों पहले रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। विभाग इस मामले को लेकर पहले से ही नोटिफिकेशन जारी कर चुका है। फिलहाल इन पोल्ट्री फार्म में कोई पक्षी को रखा हुआ नहीं है।
हर माह होगी सैंपलिंग
पशु पालन विभाग की ओर से तीन माह तक सैंपलिंग होगी। जो हर माह ली जाएगी। इसमें यदि रिपोर्ट नेगेटिव आयी तो ही पोल्ट्री फार्म संचालक को पक्षी रखने की अनुमति मिल पाएगी। अन्यथा इसकी अवधि को बढ़ाया भी जा सकता है।
जिला स्तर पर बनाया गया कंट्रोल यूनिट
जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग बर्ड फ्लू आने के बाद से अलर्ट हो गया है। जिसके चलते जिला स्तर पर कंट्रोल यूनिट बना दिया गया है। जहां विभाग ने संबंधित क्षेत्र में मुर्गियों की खरीद-बेच पर प्रतिबंध लगा दिया, वहीं रेपिड रिस्पांस टीम (आरआर टीम) बनायी जा चुकी है। यह टीम कुछ भी नोटिस में आने पर तुरंत एक्शन लेगी। हालांकि प्रशासन की ओर से बीडीपीओ, एसडीओ और पशु पालन विभाग के कर्मियों की ड्यूटी सर्विलांस पर लगायी जा चुकी है। विभाग की ओर से पोल्ट्री फार्म में रखे हुए फीड वगैरह को भी नष्ट किया जा रहा है और फॉगिंग की कार्रवाई चल रही है।
--- बर्ड फ्लू को लेकर लगातार तीन माह तक सैंपलिंग होगी, यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है तो ही पोल्ट्रीफार्म में पक्षी रखे जा सकेंगे। इसके लिए जिला स्तर पर कंट्रोल यूनिट बनाया गया है।
डा. देवेंद्र ढूल, एसडीओ, पशु पालन विभाग
Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें