कोरोना को हरा चुके मरीजों आ रहीं ये दिक्कतें, बचाव के लिए आयुष विभाग ने जारी की गाइड लाइन
कोरोना को हरा चुके लोगों को कुछ दिक्कतें आ रही हैं। ऐसे में बचाव के लिए आयुष विभाग ने नई गाइडलाइन जारी की है। साथ ही कोरोना संक्रमण से उभरने के बाद मरीजों को आ रही दिक्कतों से बचने के लिए सावधानियां भी बताई हैं।
यमुनानगर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण से उभरने के बाद मरीजों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें आ रही हैं। आयुष विभाग ने पोस्ट कोविड मरीजों के लिए गाइडलाइन जारी की है। विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के संक्रमण के पश्चात भूख न लगना,खाना न पचना,कब्ज की शिकायत होना,फेफड़ों का कमजोर होना, लगातार गले में खराश, खांसी होना, सांस फूलना, निद्रा न आना, मनोवैचित्य, शरीर में थकान, कमजोरी महसूस होना, मंद ज्वर की संभावना होती है।
10-15 फीसद लोग लोग ऐसे हैं जिनको ठीक होने पर इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं। नियमित रूप से आयुर्वेदिक दिनचर्या, योग, आहार विहार(रहन सहन)एवं औषधियों का सेवन आयुष चिकित्सक की देखरेख में करें तो इन समस्याओं का निराकरण किया जा सकता है।
ऐसा करें तो बेहतर
गाइडलाइन के मुताबिक हल्का नाश्ता लें, नाश्ते में इलाइची पका दूध, गोल्डन मिल्क लें, फलों में अनार का सेवन करें, प्रारंभ में हल्का फुल्का कार्य करें, अति मेहनत वाले कार्यों से बचें, कार्य की अवधि को साप्ताहिक रूप से बढ़ाएं, दिन में दोपहर भोजन में मूंग की दाल, सलाद, रोटी का सेवन करें। खाना चबा-चबाकर खाएं, खाने के बीच में पानी अवश्य पिएं, इसके पश्चात दिन में यदि चाय पीने का मन हो तो आयुष काढ़ा (तुलसी,कालीमिर्च,दालचीनी,सोंठ) का सेवन मुनक्का मिला कर दिन में दो बार करें। शाम का भोजन सूर्यास्त से पहले करने की आदत डाले। जिससे रात्रि में सोने से पहले खाना भलीभांति पच जाता है। शाम के बाद मोबाइल फोन, टीवी का प्रयोग न करें, परिवार के साथ अधिक समय बिताएं।
योग-प्रणायाम से रहेंगे निरोग
आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारी डा. दलीप मिश्रा ने बताया कि कमजोरी महसूस कर रहे व्यक्ति प्रतिदिन एक-एक चम्मच च्यवनप्राश का सेवन करें। ऊपर से गुनगुना दूध पिएं। यदि भूख,कब्ज की शिकायत होने पर प्रतिदिन रात्रि में सोते समय त्रिफला चूर्ण का सेवन गुनगुने पानी से अथवा शहद में मिलाकर सेवन करें। सुबह चार से पांच बजे के बीच जागकर नित्य कर्म करें, फिर खाली पेट 3 से 4 गिलास गुनगुना पानी पिएं। इसके बाद 40 मिनट तक प्रतिदिन योग करें जिस से शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है। शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है। मन भी मजबूत होता है, जो अवसाद, मनोवैचित आदि को दूर करने में सहायक है।प्राणायाम, भस्त्रिका, कपालभांति, भ्रामरी जैसे योग फेफड़ों को ताकत देते हैं। जो रोगियों के संक्रमण के बाद कमजोर फेफड़ों को दोबारा मजबूत करेगा। टीकाकरण करें, उचित दूरी बनाए, मास्क लगाए, हाथों को बार-बार धोएं, घर में एवं घर के आसपास सफाई का विशेष ध्यान दें।