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अस्‍पतालों में हमारी जान से खिलवाड़, 52 अस्पतालों को थमाए नोटिस

15 दिनों के अंदर-अंदर 13 पीएसची, तीन सीएचसी सहित 36 निजी अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस का जवाब देना होगा। बायो मेडिकल वेस्‍ट पर अब सख्‍ती बरतनी शुरू हुई।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Tue, 13 Nov 2018 01:24 PM (IST)Updated: Tue, 13 Nov 2018 01:24 PM (IST)
अस्‍पतालों में हमारी जान से खिलवाड़, 52 अस्पतालों को थमाए नोटिस
अस्‍पतालों में हमारी जान से खिलवाड़, 52 अस्पतालों को थमाए नोटिस

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने पीएचसी, सीएचसी सहित 52 निजी अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। 15 दिनों के अंदर-अंदर 13 पीएसची, तीन सीएचसी सहित 36 निजी अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस का जवाब देना होगा। यदि नोटिस का जवाब नहीं दिया गया तो इनके खिलाफ कोर्ट में कार्रवाई की जाएगी।

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प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 'बॉयोमेडिकल' वेस्ट के निष्पादन के प्रति उदासीनता का रवैया अपना रहे हैं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ निजी अस्पताल भी इसके लिए कम जिम्मेदार नहीं हैं। निजी अस्पताल बॉयोमेडिकल वेस्ट के निष्पादन के प्रति इतने अधिक उदासीन हैं कि आठ माह बाद भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों को पूरा नहीं कर रहे। बॉयोमेडिकल वेस्ट के निष्पादन की जिम्मेवारी स्वास्थ्य केंद्रों की होती है। उन्हें  हर वर्ष बोर्ड से कंसेंट(सहमति पत्र) लेनी होती है। आठ माह बीतने के बाद 13 प्राइमरी हेल्थ सेंटरों सहित तीन कम्युनिटी हेल्थ सेंटरों द्वारा कंसेंट नहीं ली गई। 36 निजी अस्पताल भी बोर्ड के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं।

पर्यावरण अदालत में चलेगा केस

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी भूपेंद्र चहल ने बताया कि 52 नोटिस जारी किए गए हैं। सीएमओ के संज्ञान में भी मामला दिया जा चुका है। यदि बोर्ड के मानक पूरे नहीं किए गए तो आगामी 15 दिनों के बाद कुरुक्षेत्र स्थित पर्यावरण अदालत में केस दायर किया जाएगा।


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