पुलिस भर्ती परीक्षा आंसर की मामला, अंकित अब भी फरार, सोनू से किया था पांच लाख रुपये में सौदा
सिपाही भर्ती परीक्षा आंसर की मामले में अंकित पुलिस के रडार पर आ गया है। पुलिस अंकित की लगातार तलाश कर रही है। जगह-जगह छापेमारी की जा रही है। लेकिन अंकित अब भी पुलिस की पहुंच से दूर है।
करनाल, जागरण संवाददाता। सिपाही भर्ती परीक्षा आंसर की मामले में पांच दिन तक पुलिस रिमांड पर लिए गए रोहतक वासी सोनू के बाद अब गांव इस्माइला जिला रोहतक का ही अंकित पुलिस के रडार पर आ गया है। अंकित ने सोनू को आंसर की देने का सौदा पांच लाख रुपये में किया था। यह रकम परीक्षा होने के बाद दी जानी थी। वहीं सोनू ने आगे सचिन को आंसर की देने का सौदा 10 लाख रुपये में किया था। सचिन पहले ही पुलिस रिमांड पर लेने के बाद जेल भेजा जा चुका है जबकि पांच दिन का रिमांड खत्म होने पर आरोपित सोनू को बुधवार को फिर अदालत में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अंकित अब भी फरार
साेनू द्वारा अंकित के नाम का खुलासा किए जाने के बाद अब मामले की अगली जांच अंकित पर टिक गई है, जिसे काबू करने के लिए पुलिस टीम उसके घर पर छापेमारी कर चुकी है, जहां से वह फरार मिला है। अब उसके संबंधित ठिकानों की जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि वहां भी छापेमारी की जा सके।
कोचिंग सेंटर में हुई थी अंकित से पहचान
बता दें कि यहां उजागर हुए आंसर की मामले में सूत्रधार सोनू को ही माना जाने लगा था, लेकिन अब अंकित का नाम सामने आने पर यह चेन और भी आगे बढ़ गई है। वहीं रिमांड के दौरान सोनू ने पुलिस को बताया कि अंकित से उसकी पहचान उस समय हुई थी जब वह रोहतक में कोचिंग सेंटर चलाता था। अंकित उसके सेंटर पर आता था। किन्हीं कारणों के चलते कोचिंग सेंटर बंद कर दिया गया, लेकिन अंकित से उसकी पहचान आज भी ज्यों की त्यों है। यह भी बता दें कि पुलिस ने सोनू के अलावा उसके साथी रोहतक के ही गांव गद्दीखेड़ी वासी उन्नत को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। उसे अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है तो वहीं सोनू को पांच दिन के रिमांड पर लिया गया था।
आंसर की के साथ पकड़े गए अजय से खुलने लगी थी परतें
इंद्री रोड पर गांव दरड़ के समीप ग्रीनलैंड पब्लिक स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर आंसर की के साथ रोहतक के गांव टिटौली वासी अजय परीक्षा के पहले ही दिन पकड़ा गया तो उसने परतें खोलनी शुरू की थी, जिसके बाद आरोपितों की चेन सामने आने लगी। अजय ने उसी के गांव वासी अभिमन्यु से सात लाख रुपये में आंसर की खरीदी थी। अभिमन्यु ने आंसर की गांव गद्दी खेड़ी जिला रोहतक वासी सचिन से 14 लाख रुपये में खरीदी थी जबकि सचिन ने आंसर की का सौदा मूल रूप से पेंटावास चरखी दादरी के सोनू से किया था, जो फिलहाल रोहतक में रह रहा था। सोनू पहले रोहतक में ही कोचिंग सेंटर चलाता था। अभिमन्यु ने पुलिस पूछताछ में यह रहस्योद्वाटन किया था, जिसके बाद सचिन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद सोनू का नाम उजागर हुआ था।
प्रवेश तक नहीं पहुंच पा रही पुलिस
पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली के दूसरे मामले में मुख्य आरोपित प्रवेश तक पुलिस इतने दिन बाद भी नहीं पहुंच पाई है। हालांकि उसकी तलाश में पुलिस छापेमारी करती रही है। गांव महमदपुर माजरा जिला झज्जर वासी प्रवेश रोहतक के एक थाने में सिपाही के तौर पर तैनात रहा है तो वहीं उसके पिता भी रोहतक में ही पुलिस अधिकारी हैं। पत्नी भी एक सरकारी विभाग में कार्यरत बताई जा रही है। प्रवेश को इतने दिन बाद भी पुलिस द्वारा गिरफ्तार न कर पाने पर पुलिस की तत्परता पर सवाल उठाए जाने लगे हैं।
फरार मिला अंकित : सुखपाल
आंसर की मामले में जांच अधिकारी एसआई सुखपाल सिंह का कहना है कि सोनू द्वारा अंकित का नाम उजागर करने पर उसे काबू करने के लिए टीम ने घर पर छापेमारी की थी, लेकिन वह फरार मिला। उसे भी जल्द ही काबू कर लिया जाएगा, जिसके बाद ही मामले की जांच आगे बढ़ पाएगी।