पानीपत में पटरी पर लौटी जिंदगी, उद्योगों सहित इन दुकानों को भी मिली अनुमति
पानीपत में 12 मई से सैलून व ब्यूटी पार्लर की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी गई है। इसके अलावा उद्योगों को भी चलाने की परमिशन है।
पानीपत, जेएनएन। लॉकडाउन और कोरोना संकट के बावजूद अब िजिंदगी पटरी पर लौटती नजर आ रही है। उद्योगों के बाद बाजार और अब कुछ और दुकानों को खोलने की अनुमति दे दी गई है।
जिले में अब हेयर सैलून और ब्यूटी पार्लर की दुकानों को भी खोलने की अनुमति दे दी गई है। दोपहर 2 बजे तक ही दुकान खोल सकेंगे। मिठाई की दुकानों को खोलने का समय प्रतिदिन (रविवार को छोड़कर) प्रात: 8 बजे से शाम 5 बजे तक रहेगा।
डीसी हेमा शर्मा के आदेशानुसार सड़क के दाईं ओर मंगलवार, बृहस्पतिवार व शनिवार को प्रात: 8 से दोपहर 2 बजे तक व सड़क के बाईं ओर सोमवार, बुधवार व शुक्रवार को प्रात: 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक खुली रहेंगी। मास्क व सैनिटाइजर के साथ-साथ शारीरिक दूरी की पालना करना अनिवार्य होगा।
जींद में बाजार में 47 दिन बाद उमड़ी सबसे ज्यादा भीड़, लगा जाम
लॉकडाउन के बाद पिछले 47 दिनों में सोमवार को बाजारों में सबसे ज्यादा भीड़ नजर आई। लॉकडाउन के लॉक पूरी तरह से टूटे नजर आए और बाजार हो या मुख्य सड़क हर जगह वाहनों की लंबी कतार दिखी। मेन बाजार में वाहनों की इंट्री का जो दावा पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया था, वह पूरी तरह से फेल नजर आया, क्योंकि बाजारों में सामान्य दिनों की तरह बाइक, गाड़ी और दूसरे वाहन आ-जा रहे थे। बेतरतीब ढंग से खड़े किए गए वाहन जाम का कारण बन रहे थे।
काफी संख्या में पहुंचेे लोग
सोमवार सुबह जैसे ही बाजार खुले तो भारी संख्या में लोगों ने बाजार की तरफ रुख किया। बाजार में सबसे अधिक भीड़ कपड़े तथा कॉस्मेटिक्स की दुकानों पर देखने को मिली। बाजार में कई जगह दुकानों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का नियम धत्ता साबित हो रहा था तो कई दुकानों से सैनिटाइजर गायब थे। कुछ दुकानों के बाहर रस्सी तो बंधी थी लेकिन ये मात्र दिखाने के लिए लगाई गई है। दोपहर तक बाजार में पूरी भीड़ रही। प्रशासन की सख्ती से इतना जरूर था कि दुकानदार मास्क लगाए हुए थे। बाजार में जाम जैसी स्थिति बनी हुई थी। जगह-जगह खड़े वाहन जाम का कारण बने हुए थे।
बैंकों के आगे लग रही लंबी लाइन
सोमवार को बैंक खुले तो कोई भी बैंक शाखा ऐसी नहीं थी, जिसके आगे उपभोक्ताओं की लाइन नहीं लगी हुई थी। सबसे ज्यादा लाइनें एसबीआई व पीएनबी बैंक शाखाओं के आगे देखने को मिली। बैंक प्रबंधन द्वारा टोकन सिस्टम तथा नंबरों के आधार पर ही उपभोक्ताओं को बैंक परिसर में जाने दिया जा रहा था। बैंक के बाहर ही एक स्पेशलकर्मी की डयूटी लगाई गई थी, जो उपभोक्ताओं के सैनिटाइजर से हाथ धुलवा रहा था। पिछले एक सप्ताह से बंद पड़ी डीआरडीए के पास की एसबीआई को भी सोमवार को खोल दिया गया। दरअसल इस बैंक से कोरोना संक्रमित एक आशा वर्कर एसबीआई शाखा डीआरडीए से राशि निकलवा कर ले गई थी, इसलिए इस शाखा को बंद किया गया था।