आफत की बारिश, दो बच्चों और चार गोवंशों की मौत, गांवों में घुसा नदियों का पानी Panipat News
बारिश से जनजीवन बेहाल हो चुका है। छत गिरने से जहां दो बच्चों की मौत हो गई वहीं करंट की चपेट में आने चार गोवंश भी मर गए। नदियों का जलस्तर बढऩे की वजह से गांव में पानी घुस गया।
पानीपत, जेएनएन। हरियाणा के कई जिलों में बारिश की वजह से जनजीवन बेहाल हो चुका है। यमुनानगर में छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई, वहीं बिजली के खंभे में करंट आने से चार गोवंश मर गए। इसके अलावा कुरुक्षेत्र और यमुनानगर में नदियों का जलस्तर बढऩे से कई गांवों में पानी घुस गया है। मुख्य मार्ग भी पानी से लबालब हो चुके हैं।
कमरे में पड़ा छत का मलबा।
तेज बरिश के कारण सरस्वतीनगर के गांव सारण में मकान की कच्ची छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। राजेश कुमार रात के समय अपने घर में सोया हुआ था। पास मे ही उसका आठ वर्षीय बेटा सौरभ और 10 वर्षीय गौरव भी सोए हुए थे। बारिश की वजह से मकान की छत दोनों बच्चों के ऊपर गिर गई। बड़ी मशक्कत से बच्चों को निकालकर मुलाना के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। वहीं औद्योगिक क्षेत्र में बिजली के खंभे के पास चार गोवंश मौजूद थे। बारिश की वजह से खंभे में अचानक करंट आ गया। इससे चारों गोवंश करंट की चपेट में आ गए। चारों की मौके पर मौत हो गई।
मारकंडा व टांगरी नदी उफान पर हैं। कुरुक्षेत्र के खेड़ी, ठसका, नुरपुर, अजरावर सहित करीब 24 गांव में पानी की जद में आ चुके हैं।
अंबाला में सबसे ज्यादा 127.5 एमएम बारिश
अंबाला में रविवार शाम साढ़े पांच बजे से लेकर सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 127.5 एमएम रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई। पिछले दो दिनों में अंबाला में 196.7 एमएम बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के चलते अधिकतम तापमान 27.2 और न्यूनतम 20.5 डिग्री दर्ज किया गया।
मारकंडा नहीं का बढ़ रहा जलस्तर, अलर्ट जारी
वहीं कुरुक्षेत्र में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से मारकंडा नदी में आए पानी की मात्रा करीब 10 हजार क्यूसिक आंकी गई। गेज रीडर रोशन लाल ने बताया कि मारकंडा नदी में कालाअंब, वेगना नदी, रून नदी तथा साढौरा नदी का पानी गिरता है। मारकंडा नदी का पानी साथ लगते नीचे के क्षेत्र कलसाना, कठवा, झरौली, तंगौर गांवों में अलर्ट कर रखा है ताकि लोग नदी के किनारे पर न जाएं। वहीं कुछ गांवों में नदी का पानी पहुंच चुका है। लाडवा में ही पोल्ट्री फार्म की छत गिरने से हजारों की संख्या में मुर्गियों मर गईं।
- जिला बारिश (एमएम)
- पानीपत 8
- करनाल 15
- अंबाला 127.5
- यमुनानगर 73.16
- कुरुक्षेत्र 21
- जींद 10
- कैथल 2