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ज्यादातर टेक्सटाइल उद्योग एमएसएमई में शामिल, आर्थिक पैकेज से लोकल से वोकल पावर बनेगा पानीपत

पानीपत के ज्‍यादातर टेक्‍सटाइल उद्योग एमएसएमई में शामिल हैं। आर्थिक पैकेज का एमएसएमई को फायदा होगा।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Thu, 14 May 2020 05:56 PM (IST)Updated: Thu, 14 May 2020 05:56 PM (IST)
ज्यादातर टेक्सटाइल उद्योग एमएसएमई में शामिल, आर्थिक पैकेज से लोकल से वोकल पावर बनेगा पानीपत
ज्यादातर टेक्सटाइल उद्योग एमएसएमई में शामिल, आर्थिक पैकेज से लोकल से वोकल पावर बनेगा पानीपत

पानीपत, [महावीर गोयल]। बदली परिस्थितियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से घोषित 20 लाख करोड़ के आर्थिक पैकेज के एलान से एमएसएमई उद्योगों की उम्मीदें बढ़ी है। पानीपत लोकल से वोकल पावर बनेगा। यहां बनने वाले कंबल का निर्यात अब अधिक होगा। जो देश चीन के स्थान पर भारत से खरीद करना चाहते हैं उन्हें अब यहां का बना कंबल भेजा जा सकेगा। मिंक कंबल बनाने में देश की आपूर्ति पूरी करने पर यहां के उद्यमी सफल हो चुके हैं। अब विदेशों के लिए कंबल बनाने की राह पर हैं। आर्थिक पैकेज में प्रधानमंत्री ने लोकल से वोकल पर जोर दिया है। पैकेज में सूक्ष्म, लघु, एवं मध्यम उद्योगों को बढ़ावा दिया जा रहा है। स्थानीय संसाधनों पर आधारित उद्योगों के साथ आधारभूत ढांचे को मजबूती मिलेगी। 

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पिछले तीन वर्षों में पानीपत मिंक कंबल व थ्रीडी चादर बनाने में सफल रहा है। अब चीन से ङ्क्षमक कंबल नहीं मंगवाया जा रहा। पूरे देश की आपूर्ति पानीपत से हो रही है। कोरोना वायरस महामारी फैलने पर अनेक देश यहां से कंबल लेने के लिए तैयार हैं। बहुत से विदेशी व्यापारियों की इंक्वायरी यहां के उद्यमियों को मिली है। ऐसे समय में आर्थिक पैकेज से यहां का उद्योग बढ़ेगा। पानीपत वोकल पावर बनेगा। 

पानीपत में मिंक ब्लैंकेट के 45 यूनिट लगे हैं। रोजाना 25 लाख कंबल का उत्पादन होता है। 15 नए यूनिट आने हैं। जिनकी तैयारी चल रही है। आर्थिक सहयोग मिलने के साथ ही नए यूनिट चालू हो जाएंगे। जिससे उत्पादन बढ़ेगा। विदेशों में हम कंबल निर्यात कर सकेंगे। 

लॉकडाउन में सबसे अधिक प्रभावित एमएसएमई 

लॉकडाउन के कारण सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उद्योग प्रभावित हुए हैं। आर्थिक पैकेज से यह उद्योग उबरेंगे ही नहीं बल्कि उड़ान भरेंंगे। लोकल के लिए हम वोकल बनेंगे। 

आर्थिक पैकेज पर बोले उद्यमी 

उद्योगों का विकास होगा : प्रीतम 

मिक कंबल मैन्युफैक्चर्स प्रीतम सिंह का कहना है कि आर्थिक पैकेज से उद्योगों का विकास होगा। तीन लाख करोड़ रुपये बिना गांरटी सिक्योरिटी के एमएसएमई उद्योगों के लिए घोषित किए गए हैं। पानीपत मिंक कंबल बनाने में आत्मनिर्भर हो चुका है। अब इसकी मार्केटिंग की जा रही है। विदेशों से हमारे पास इंक्वायरी भी आ रही है। हम विदेशों को कंबल निर्यात करने की स्थिति में हैं। 

कंबल उत्पादन में बन रहे हम लोकल से वोकल 

मिंक ब्‍लैंकेट 

कुल यूनिट   45

निर्माणाधीन   15

कुल उ्त्पादन  25 लाख कंबल रोजाना

उत्पादन बढ़ेगा 15 लाख कंबल का 

एमएसएमई उद्योगों का दायरा बढ़ा

केंद्रीय वित्त मंत्री ने एमएसएमई उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए तीन लाख करोड़ का प्रावधान किया है। साथ ही इन उद्योगों का दायरा भी बढ़ाया गया है। माइक्रो उद्योग पहले 10 लाख पूंजी तक गिने जाते थे। अब 50 लाख तक पूंजी निवेश वाले उद्योग माइक्रो उद्योग में आएंगे। एमएसएमई का दायरा 25 लाख से बढ़ा कर एक करोड़ कर दिया है। 

एमएसएमई को बढ़ावा देना स्वागत योग्य : विनोद खंडेलवाल

हरियाणा चैंबर ऑफ कॉमर्स के चेयरमैन विनोद खंडेलवाल ने एमएसएमई उद्योगों का दायरा बढ़ाने का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने तीन करोड़ तक का ऋण इस क्षेत्र में बिना गांरटी देने की घोषणा की है। वह स्वागत योग्य कदम है। इससे उद्योगों को बढ़ावा मिलना तय है। पानीपत में ज्यादातर उद्योग एमएसएमई क्षेत्र में आते हैं। इसलिए यहां के टेक्सटाइल उद्योगों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा। छोटे कारोबारियों के किश्त ब्याज भरने की तीन माह राहत दी गई है। इनका ब्याज माफ होना चाहिए। 

ब्याज में सब्सिडी मिलने की उम्मीद थी : सुरेश गुप्ता

आल इंडिया शौडी मैन्युफैक्चर्स एसोसिएशन के सचिव सुरेश गुप्ता का कहना है। तीन लाख करोड़ रुपये उद्यमियों बिना गांरटी लोन लेने की सुविधा तो दी गई है। लघु उद्योगों को ब्याज में राहत दी जानी चाहिए थी। कर्मचारी भविष्य निधि में ईएमआई भरने के लिए तीन माह का समय अधिक दिया गया है। इसमें अंशदान में कटौती की जानी चाहिए थी। अंशदान 12 प्रतिशत से कम करके 6 प्रतिशत किया जाए। इससे कर्मचारी व उद्यमी अंशदान आसानी से भर सकेंगे। 


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