सीएम सुशासन सहयोगी ने उजागर की व्यवस्था की खामियां
संजीव गुप्ता, पानीपत सीएम सुशासन सहयोगी ने जिले में व्यवस्था की खामियों की अपनी रिपोर्ट में प
संजीव गुप्ता, पानीपत
सीएम सुशासन सहयोगी ने जिले में व्यवस्था की खामियों की अपनी रिपोर्ट में पोल खोली है। मुख्यमंत्री को भेजी गई अपनी रिपोर्ट में उन्होंने चार प्रमुख सरकारी योजनाओं की ग्राउंड रियलिटी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि कुछ अफसर काम करना चाहते हैं लेकिन ज्यादातर काम करना जानते ही नहीं हैं।
मुताबिक पानीपत में सीएम सुशासन सहयोगी (सीएम गुड गवर्नेस एसोसिएट) के रूप में प्रियांजलि मित्रा काम कर रही हैं। इन्हें यहां आठ सप्ताह हो गए हैं। दो माह की इस समयावधि के दौरान इन्होंने प्रदेश सरकार की चार प्रमुख योजनाओं बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान, म्हारा गांव जगमग गांव और सीएम विंडो पर अपनी पड़ताल की है।
इस रिपोर्ट को भेजने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ उनकी बैठक भी हो चुकी है। बैठक में सीएम ने रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए खामियों में सुधार के लिए एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही, भ्रष्टाचार के केसों पर कड़ी निगाह रखने के लिए भी कहा। अक्टूबर माह के अंत में फिर से रिपोर्ट तैयार करके बैठक होगी।
बॉक्स-1 : किस योजना में क्या खामी
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान : मतलौडा ब्लॉक के डुमियाना गांव में लिंगानुपात महज 414 है। ज्यादातर आंगनबाड़ी केंद्रों में शौचालय नहीं हैं। राशन कभी आता है कभी नहीं। अहर गांव की सीएचसी ढांचागत सुविधाओं की कमी झेल रही है। पांच साल से आयुष की बिल्डिंग बन ही रही है। शौचालय बने हैं मगर बंद पड़े हैं। परिवहन सुविधा न होने ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियां पढ़ाई बीच में छोड़ने पर मजबूर हैं।
स्वच्छ भारत अभियान : कई गांवों में शौचालय बने हैं मगर दिखावे के लिए। बहुत सी जगह लोग इन्हें लेकर जागरूक नहीं हैं। गांवों से भी बदतर स्थिति शहरी क्षेत्र की है। मुख्य सड़कों और बाजारों तक में शौचालय नहीं हैं।
म्हारा गांव जगमग गांव : पसीना कलां और सेक्टर 11-12 की स्थिति चेक की। बिलिंग गलत की जा रही है। रीडिंग भी गलत डाली जा रही है। लाइनमैन प्रशिक्षित तक नहीं हैं। गांवों में सीधे कुंडी डालकर चोरी हो रही है तो शहर में अलग अलग तरीके से। फीडरों पर कनेक्शन भी ठीक से नहीं डाले गए हैं। भ्रष्टाचार के भी मामले सामने आए हैं।
सीएम विंडो : शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं हैं। कागजों में समाधान हो रहा है लेकिन हकीकत में नहीं। लोगों को यह भी नहीं पता कि इस विंडो पर किस तरह की शिकायतों का समाधान हो सकता है। सीएम विंडो का स्टाफ भी प्रशिक्षित नहीं है। शिकायतों की मार्किंग ठीक से नहीं होती और लंबित शिकायतों को निपटाने का भी प्रयास नहीं किया जाता।
बॉक्स-2
सुधार के लिए तैयार किया एक्शन प्लान
सीएम को यह रिपोर्ट भेजने के बाद उनके साथ सभी खामियों पर बैठक भी हो गई है। सुधार के लिए मैंने एक्शन प्लान तैयार कर लिया है। जिन गांवों में लिंगानुपात कम है, मैं स्वयं वहां लोगों और सरकारी कर्मियों अधिकारियों से बात करूंगी। गांवों में स्कूली परिवहन सुविधा के लिए मेरी जिला शिक्षा अधिकारी से बात हो रही है। शहरी क्षेत्र में शौचालयों की कमी पर मेरी निगम आयुक्त वीना हुड्डा के साथ एक बैठक हो चुकी है। बिजली निगम के एसई को कमियां बताई जा रही हैं। सीएम विंडों पर मैं व्यक्तिगत रूप से निगाह रखूंगी।
-प्रियांजलि मित्रा, सीएम सुशासन सहयोगी, पानीपत।
बॉक्स-3
जो खामियां सामने आएंगी, दूर करेंगे
सीएमजीजीए की ओर से व्यवस्था से जुड़ी जो भी खामियां हमारे सामने आ रही हैं, उन्हें दूर किया जा रहा है। मेरी स्वयं भी उनके साथ कई बैठक हुई हैं, वह अच्छा काम कर रही हैं। जिला प्रशासन उन्हें हर स्तर पर पूरा सहयोग करेगा।
-डा. चंद्रशेखर खरे, जिला उपायुक्त, पानीपत।