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अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा, सिविल सर्जन बोले, ये निगम का काम है

संशोधित अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा सिविल सर्जन बोले ये निगम का काम हैसंशोधित अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा सिविल सर्जन बोले ये निगम का काम हैसंशोधित अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा सिविल सर्जन बोले ये निगम का काम हैसंशोधित अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा सिविल सर्जन बोले ये निगम का काम हैसंशोधित अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा सिविल सर्जन बोले ये निगम का काम है

By JagranEdited By: Published: Sat, 01 Aug 2020 07:37 AM (IST)Updated: Sat, 01 Aug 2020 07:37 AM (IST)
अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा, सिविल सर्जन बोले, ये निगम का काम है
अस्पताल में कचरे पर बरसे ढांडा, सिविल सर्जन बोले, ये निगम का काम है

जागरण संवाददाता, पानीपत

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शहर का सिविल अस्पताल, यहां लोग सस्ता व बेहतर इलाज करवाने की चाह लेकर आते हैं। इलाज के बदले शायद उन्हें नई बीमारियां और यहां से मिलती होंगी। सिविल अस्पताल में ऐसे हालात बने कि प्रशासन को जवाब देते नहीं बना। सफाई का मामला तो निगम के पाले में ही डाल दिया।

दरअसल, पानीपत ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक महीपाल ढांडा सिविल अस्पताल में मेडिकल बायो वेस्ट मैनेजमेंट देखने आए थे। यहां गंदगी के हालात देख हैरान रह गए। बोले, सिविल सर्जन साहब। अस्पताल के कई शौचालय बंद हैं, कुछ खुले हैं तो इतनी गंदगी। सरकार स्वच्छता मिशन पर इतना पैसा खर्च कर रही है, अस्पताल में मखौल उड़ाया जा रहा है। इस पर सिविल सर्जन डा.संतलाल वर्मा ने जवाब दिया कि अस्पताल से कचरा उठाने का काम नगर निगम का है। डिप्टी एमएस डा. अमित पोरिया बोले कि पत्र लिखने के बावजूद निगम बड़े डस्टबिन नहीं रखवा रहा है।

विधायक ने दो टूक कहा कि उनसे भी पूछेंगे, फिलहाल जो भी खामियां आज दिखी हैं, शाम तक उसका जबाव दें। मैं मुख्यमंत्री और स्वास्थ्यमंत्री को रिपोर्ट भेजूंगा। विधायक महीपाल ढांडा ने सबसे पहले ईएसआइ अस्पताल के शौचालयों का निरीक्षण किया। गंदगी देख नाराजगी प्रकट की। इसके बाद वे सिविल अस्पताल स्थित प्रशासनिक ब्लॉक के प्रथम तल पर पहुंचे। शौचालयों बंद देखकर पूछा कि ताला लगाने का क्या मतलब है? इसके बाद ओपीडी ब्लॉक के दोनों शौचालयों का निरीक्षण करते हुए कहा कि इतनी गंदगी क्यों है। मरीज तो यहां से नई बीमारी लेकर घर लौटेगा। बदबू के कारण 10 फीट दूरी से ही पता चल रहा है कि शौचालय इधर है। इतने सारे सफाई कर्मी हैं, उनकी ड्यूटी कहां लगाते हो?

इसके बाद विधायक ढांडा पोस्टमार्टम हाउस एरिया (जहां अस्पताल का कचरा एकत्र था) में पहुंचे। वहां एक प्राइवेट एजेंसी की वैन कचरा उठा रही थी। वैन चालक से पूछा कि कचरा उठाने से लेकर निस्तारण तक की क्या प्रक्रिया है। चालक ने बताया कि करनाल में एक स्थान है, वहां इसे जलाते हैं। परिसर में अस्पताल का म्यूनिसिपल कचरे का ढेर देखकर विधायक बिफर पड़े।

छुट्टी की वजह से हालात बने

दरअसल, शहीद ऊधम सिंह के शहीदी दिवस पर अवकाश था। इस वजह से कर्मचारी नहीं आए। सफाई व्यवस्था बदहाल दिखी।

अस्पताल में नहीं दिखे गार्ड

पोस्टमार्टम हाउस में कुछ निजी कार खड़ी थी। विधायक ढांडा ने सिविल सर्जन से पूछा कि ये गाड़ियां यहां क्यों खड़ी हैं। मैं इतनी देर से अस्पताल में हूं, गार्ड एक भी नहीं दिख रहा है। गंदगी पर कहा कि छुट्टी के दिन इतनी गंदगी है तो रोजाना इससे अधिक रहती होगी। विग की मांगता हूं रिपोर्ट :

मदर एंड चाइल्ड केयर विग के लिए 12 करोड़ रुपये मंजूर हो चुके हैं। अस्पताल की पुरानी बिल्डिग को तोड़ने का टेंडर नहीं हो सका है। इस पर विधायक ने कहा कि पीडब्ल्यूडी से रिपोर्ट लेता हूं कि बाधा कहां है। कोविड-19 के बहाने किसी भी कार्य को लटकाया नहीं जाएगा।

सभी सरकारी बिल्डिगों का होगा निरीक्षण

ढांडा ने कहा कि लघु सचिवालय, बिजली निगम के दफ्तरों सहित सभी थानों-चौकियों का भी निरीक्षण किया जाएगा। कहीं भी गंदगी सहित दूसरी खामियां दिखेंगी, संबंधित अधिकारी से जबाव तलब किया जाएगा। मुख्यमंत्री को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी।


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