पानीपत बिजली निगम का 31 मई तक एमसीओ आनलाइन करने का टारगेट, उपभोक्ताओं के आ रहे औसत बिल
पानीपत बिजली निगम का 31 मई तक एमसीओ आनलाइन करने का टारगेट। जगमग गांव सहित कस्बे के सैंकड़ों उपभोक्ताओं के आ रहे औसत बिल। पानीपत के समालखा और बिहौली सब डिवीजन में एमसीओ की समस्या गंभीर बनी है।
समालखा(पानीपत), जागरण संवाददाता। पानीपत में एमसीओ की समस्या से आम लोग परेशान है। मीटर का डाटा अब तक आनलाइन अपलोड नहीं किया गया है। ऐसे में लोगों को दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं।बिजली निगम ने 31 मई तक ग्राहकों की मीटर चेंज ओवर (एमसीओ) की समस्या दूर करने का टारगेट रखा है। इसके लिए अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। फील्ड स्टाफ को चेंज होने वाले मीटरों का डाटा अपलोड करवाने को कहा है। आपरेटरों को इसे आनलाइन करने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि समालखा और बिहौली सब डिवीजन में एमसीओ की समस्या गंभीर बनी है। जगमग होने और मीटर में खराबी आने के समय उन्हें बदला गया था। कर्मचारियों की अनदेखी से महीनों बीत जाने के बाद भी मीटरों का डाटा आनलाइन नहीं किया गया। मीटरों के इधर-उधर रखे जाने से वह मिल भी नहीं रहे हैं। भारी संख्या में मीटरों को गोदाम में रखे होने से उन्हें खोजना भी मुश्किल हो रहा है। फिर भी उसे खोजना का प्रयास किया जा रहा है।
मीटर ठीक, फिर भी आ रहा औसत बिल
लोगों की मानें तो उनके मीटर शुरू से चल रहे हैं। करीब एक साल पहले उसने मीटर बदलवाया था। इतने दिन बाद भी एमसीओ का कार्य कर रहे कर्मचारियों ने इसे जरूरी नहीं समझा। रीडिंग सहित मीटर नंबर और लोकेशन को कंप्यूटर में अपलोड नहीं किया। रीडिंग आने के बावजूद उपभोक्ताओं को औसत बिल भेजा जाता रहा। लोग बिलों को ठीक करवाने के लिए दफ्तर में चक्कर काटते रहे। कर्मचारियों ने इसकी ओर ध्यान नहीं दिया। समस्या के विकराल होने पर अब सभी इसका हल निकालने में जुटे हैं।
अनदेखी करने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई
एसडीओ रवि कुमार ने बताया कि 31 तक सब डिवीजन के सभी मीटरों के एमसीओ आनलाइन कर दिए जाएंगे। अगले महीने से किसी का औसत बिल नहीं आएगा। एमसीओ की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।