पानीपत की बेटी प्रियंका जुनेजा बनीं विश्व सुंदरी, 62 देशों के प्रतिभागियों को पछाड़ जीता खिताब
पानीपत की बेटी और गुरुग्राम की प्रियंका जुनेजा विश्व सुंदरी बनी हैं। मिसेज वर्ल्ड के सात राउंड में खिताब जीता। 62 देशों के प्रतिभागियों ने लिया था भाग। पिछले साल बनी थी प्रियंका मिसेज इंडिया। पानीपत के लिए गर्व की बात।
पानीपत, जागरण संवाददाता। एक से सात मई तक यूनाइटेड नेशन फैशन वल्र्ड द्वारा जमैका में मिसेज यूनाइटेड नेशन वर्ल्ड 2022 प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया। इसमें पानीपत के सेक्टर-12 की बेटी और गुरुग्राम की बहू प्रियंका जुनेजा मिसेज विश्व सुंदरी का खिताब जीता। प्रतियोगिता में 62 देशों की प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था। प्रतियोगिता में सात राउंड हुए, जिसमें स्पोट््र्स, टैलेंट, हाई फैशन, रैंप वाक, पर्सनल इंटरव्यू, सोशल एंड वालंटियर वर्क पोर्टफोलियो, इवनिंग गाउन राउंड शामिल थे।
पहले रह चुकी है मिसेज इंडिया
प्रियंका जुनेजा ने पिछले साल मिसेज इंडिया-2020 प्रतियोगिता में भी जीत दर्ज की थी। कोविड-19 संक्रमण के चलते वह प्रतियोगिता आनलाइन हुई थी। खास बात यह था कि दो बच्चे होने के बावजूद प्रियंका ने प्रतियोगिता में भाग लिया और जीत हासिल की।
एसडी कालेज से की है प्रियंका ने पढ़ाई
प्रियंका जुनेजा ने एसडी पीजी कालेज, पानीपत से शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने बताया कि शादी के 10 साल बाद भी उन्होंने अपना ख्वाब नहीं छोड़ा। शादी से पहले मिस इंडिया पेजेंट में हिस्सा लेना चाहती थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। शादी के 10 साल बाद उन्हें मौका मिला था। मिसेज इंडिया प्रतियोगिता के लिए उन्होंने दो माह में अपना वजन 57 किलोग्राम किया था। प्रियंका गरीब बच्चों को नि:शुल्क पढ़ाती भी हैं।
पिता बोले हमें गर्व है बेटी देश का नाम रोशन कर रही
प्रियंका के पिता विजय कुमार मल्होत्रा बैंक मैनेजर के पद से सेवानिवृत हैं। इनकी मां लाज मल्होत्रा बैंक की डिप्टी मैनेजर हैं। दो बहनें हैं व एक भाई हैं। सबसे बड़ी प्रियंका है। छोटी बहन दीक्षा व भाई प्रांकुर इंजीनियर हैं। विजय कुमार का कहना है कि बेटी पर हमें गर्व है। वह पानीपत जिले व देश का नाम रोशन कर रही है। आगे भी इसी तरह नाम रोशन करेगी।
वहीं, मिसेज इंडिया बनने के बाद पानीपत आई थीं। प्रियंका जुनेजा ने कहा था कि यह सफर किसी भी मायने में आसान नहीं था। जहां एक और उन्हें अपने दो बच्चों की जिम्मेदारियों को निभाना था, वहीं उनको पति व सास-ससुर की भावनाओं का भी ख्याल था। उसने हर पहलू को अच्छे से निभाया।