निगम ने पांच साल में स्ट्रीट लाइटों पर खर्च कर दिए करीब 11 करोड़, फिर भी अंधेरे में शहर Panipat News
दुष्यंत भट्ट की अगुवाई वाली कमेटी आज पेश करेगी रिपोर्ट। पार्षदों से भी बैठक में ली जाएगी स्ट्रीट लाइटों पर राय।
पानीपत, जेएनएन। नगर निगम ने शहर में स्ट्रीट लाइटों पर पांच साल में करीब 11 करोड़ रुपये खर्च कर दिए। इसके बावजूद शहर की सड़कों पर अंधेरा कायम है। दुष्यंत भट्ट की अध्यक्षता में कमेटी की बैठक सोमवार को नगर निगम कार्यालय में बुलाई गर्ई है। इसमें भट्ट स्ट्रीट लाइटों से संबंधित रिपोर्ट पेश करेंगे। पार्षदों की भी राय ली जाएगी। इस रिपोर्ट में बड़ा रहस्योद्घाटन हो सकता है। स्ट्रीट लाइटों का यह मामला हाउस की बैठक में रखा जाना था, लेकिन निगम कमिश्नर बैठक बुलाने को तैयार नहीं थे।
मेयर अवनीत कौर ने भी 10 दिसंबर को कमिश्नर को बैठक बुलाने के लिए पत्र लिखा था। पार्षद दुष्यंत भट्ट ने बड़े मामले को उजागर करने के लिए 16 दिसंबर की खुद बैठक तय की थी। इस बारे में सांसद संजय भाटिया, शहरी विधायक प्रमोद विज और ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा को भी अवगत कराया है।
दैनिक जागरण भी स्ट्रीट लाइटों की ग्राउंड तक पहुंचा
शहरवासी और पार्षद स्ट्रीट लाइटों पर लगातार सवाल उठा रहे थे। दैनिक जागरण ने जन मुद्दे पर ग्राउंड रिपोर्ट की तो शहर का सच सामने आया। मेयर ने भी शहर की कई सड़कों का निरीक्षण किया था। कमिश्नर ने स्ट्रीट लाइटों का काम करने वाली चार फर्मों को नोटिस दिया। यह कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित रही। शहर में किसी तरह का सुधार नहीं हो पाया। अब फिर स्ट्रीट लाइटों पर खर्च की रिपोर्ट जुटाई। निगम के एक जानकार अधिकारी ने बताया कि स्ट्रीट लाइटों पर 11 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। इनमें 6.50 करोड़ की नई स्ट्रीट लाइट लगाई हैं। 3.50 करोड़ मेंटेनेंस पर खर्च किए हैं। एक करोड़ रुपये स्ट्रीट लाइटों पर अन्य खर्च दिखाया है।
10 अगस्त को हाउस की बैठक में मचा था बवाल
शहर में स्ट्रीट लाइटों पर लगातार सवाल उठ रहे थे। 10 अगस्त को नगर निगम हाउस की बैठक में इस पर हंगामा खड़ा हो गया था। मेयर अवनीत कौर और कमिश्नर ओमप्रकाश ने पार्षद दुष्यंत भट्ट की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया था। इसमें दो इंजीनियर और दो लेखाधिकारियों को भी शामिल किया।
पार्षद दुष्यंत भट्ट ने स्ट्रीट लाइटों के विषय पर सोमवार को बैठक बुलाई है। इसमें पार्षद ही शामिल होंगे। कार्यालय में इसकी व्यवस्था कर दी है। निगम का कोई अधिकारी इसमें शामिल नहीं होगा।
ओमप्रकाश, कमिश्नर, नगर निगम।