बिल्डिंग की मियाद एक साल, बर्बाद न हो जाए लाखों रुपये
जागरण संवाददाता, पानीपत सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का लगभग आधा हिस्सा (डिलीवरी रूम व एएनसी
जागरण संवाददाता, पानीपत
सिविल अस्पताल की पुरानी बिल्डिंग का लगभग आधा हिस्सा (डिलीवरी रूम व एएनसी वार्ड) लगभग वर्ष 1967 में बना था। पीडब्ल्यूडी की मानें तो बिल्डिंग की मियाद कुल 50 साल है, यानि मियाद खत्म होने में मात्र 1 साल बाकी है। अब पंचकूला से एक टीम बिल्डिंग का निरीक्षण कर, समीक्षा करेगी। मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट निर्माण पर इसके बाद ही निर्णय होगा।
गौरतलब है कि अस्तपाल की पुरानी बिल्डिंग के नवीनीकरण के लिए सरकार ने करीब 25 लाख की धनराशि जारी की है। अभी और रकम मिलनी है, कार्य शुरू करा दिया है। इस बिल्डिंग को मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट के रूप में डेवलप करने की तैयारी है। करीब सवा तीन लाख की लागत से कंगारू मदर केयर यूनिट बनेगी। इसी बिल्डिंग में एनआरसी डेवलप होगा। एसएनसीयू को भी उन्नत बनाया जाएगा। हेल्थ कमिश्नर, हरियाणा अमित झा अपने दौरे के दौरान विशेषज्ञ से बिल्डिंग की समीक्षा के आदेश दे गए थे। बिल्डिंग मरम्मत के काबिल है तो इसका जल्द नवीनीकरण कर, मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट के रूप में डेवलप करने, लिफ्ट से लैस करने के आदेश भी दे गए थे। इधर, पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों की मानें तो बिल्डिंग के एक हिस्से की मियाद भी महज एक साल रह गई है। बिल्डिंग निर्माण के समय गोल सरिया लगाया गया, जबकि अब टोर सरिया लगाया जाता है। इसी मुद्दे पर सिविल सर्जन डॉ. संतलाल वर्मा ने रिव्यू बैठक में चिकित्सकों को आमन्त्रित किया।
बैठक में शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. दिनेश दहिया ने नई बिल्डिंग में एसएनसीयू, नर्सरी शिफ्ट करने और माड्यूलर ओटी के पास कंगारू मदर युनिट व मदर एंड चाइल्ड केयर यूनिट डेवलप की मांग कर दी। अब सिविल सर्जन ने बिल्डिंग की वीडियोग्राफी कराई है ताकि पंचकूला से आने वाली टीम को बिल्डिंग की हालत और नक्शा दिखाया जा सके।