पानीपत की हवा बेहद खराब, एयर क्वालिटी इंडेक्स 443 पर पहुंचा
पानीपत में प्रदूषण बढ़ रहा है। तीन दिन पहले तक एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 की लाइन में चल रहा था। एकाएक वीरवार को प्रदूषण बढ़ा। चार सौ के पार पहुंचा एयर क्वालिटी इंडेक्स। कचरा जल रहा। अवैध डाई हाउस से भी प्रदूषण बढ़ा।
पानीपत, जेएनएन - पानीपत की हवा बेहद खराब होती जा रही है। एयर क्वालिटी इंडेक्स लगातार बढ़ता जा रहा है। एक दिन पहले एयर क्वालिटी इंडेक्स 360 चल रहा था जो वीरवार को बढ़कर 443 अंक पर पहुंच गया। लगातार बढ़ता एयर क्वालिटी इंडेक्स चिंता बढ़ा रहा है। चार सौ अंक से पार जाने पर सांस के रोगियों की समस्या बढ़ जाएगी। लोगों की आंखों में जलन होने लगी है। यही हालत रहे तो आम आदमी को भी सांस लेने में कठिनाई होगी।
रात का तापमान गिरकर 12.8 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। नवंबर की शुरुआत में तापमान की गिरावट को देखते हुए इस बार सर्दी अधिक पड़ने का अनुमान है। सुबह धुंध छायी रही। रात को भी स्माग की स्थिति बनी। जिससे दृश्यता भी प्रभावित हुई।
कचरे में लग रही आग
सेक्टर 18 स्थित एयर क्वालिटी जांच संयंत्र ने सुबह वायु गुणवत्ता स्तर 412 था जो 443 तक पहुंच चुका है। गांव कस्बों से लेकर शहर में कूड़े में आग लगाने की घटना थम नहीं रही है। पुराने वाहनों से भी वायु प्रदूषण फैला है। अधिकारी इस मामले को लेकर चिंतिंत नहीं है। अस्पतालों में श्वास, आंखों में जलन तथा ब्लड प्रेशर संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स
- वीरवार : 443
- बुधवार को 360
- मंगलवार 328
- सोमवार 282 रहा।
छिड़काव शुरू कराया
जिला प्रशासन ने वायु प्रदूषण को देखते हुए पौधों पर पानी का छिड़काव करवाया है। जगह जगह पर पेड़ों पर पानी डाला जा रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने नगर निगम को पत्र लिखा है कि स्माग पर रोक लगाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी का छिड़काव किया जाए। फायर ब्रिगेड की टीमें सुबह और शाम को इस काम में जुटी हुई हैं।