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Makar Sankranti 2020: ठंड पर आस्था भारी, श्रद्धालुओं ने यमुना, सन्निहित और ब्रह्मसरोवर में लगाई डुबकी

Makar Sankranti 2020 की सुबह ही ठंड ने जोरदार दस्तक दी। शीतलहर के साथ कोहरा छा गया। बावजूद आस्था ठंड पर भारी दिखी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 15 Jan 2020 02:02 PM (IST)Updated: Wed, 15 Jan 2020 05:29 PM (IST)
Makar Sankranti 2020: ठंड पर आस्था भारी, श्रद्धालुओं ने यमुना, सन्निहित और ब्रह्मसरोवर में लगाई डुबकी

पानीपत, जेएनएन। Makar Sankranti 2020 स्नान दान और पूजा पाठ के साथ मकर संक्रांति पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। श्रद्धालुओं ने यमुना नदी के अलावा ब्रह्मसरोवर, सन्निहित सरोवर में आस्था की डुबकी लगाई। वहीं संक्रांति की सुबह ही ठंड ने भी कोई कसर नहीं छोड़ी। शीतलहर के साथ कोहरे ने श्रद्धालुओं के सामने परेशानी खड़ी की। हालांकि आस्था में कोई कमी नहीं आई। 

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 स्नान, ध्यान के बाद अपने ईष्ट देवताओं का स्मरण कर खाद्य सामग्री और वस्त्र दान किए गए। यमुना तट पर मकर संक्रांति के अवसर पर पानीपत और आसपास के जिलों से श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। वहीं कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर और सन्निहित सरोवर में दूर-दराज से श्रद्धालु निजी और पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहनों से स्नान के लिए पहुंचे। पंडित भगतराम शास्त्री ने बताया कि इस पर्व पर स्नान-दान का विशेष महत्व है। तन-मन की शुद्धि के साथ-साथ पुण्य प्राप्ति होती है। 

Makar Sankranti 2020

वाहन चालकों ने वसूला दोगुना किराया

श्रद्धालुओं की भीड़ देख ऑटो और कैब चालकों ने यात्रियों से दोगुना किराया वसूला। सनौली और पानीपत से यमुना पुल तक के किराए में चालकों ने 10 रुपये तक की बढ़ोतरी कर दी। कुछ श्रद्धालुओं ने बस स्टैंड से यमुना नाके तक स्पेशल बस चलाने की भी मांग उठाई।

 Makar Sankranti 2020

मकर संक्रांति पर बांटे दाल-चावल

संस्कारशाला क्लब, एनसीसी, एनएसएस और रोड सेफ्टी क्लब के सदस्यों ने जरूरतमंदों को दाल और चावल बांटे। 

मकर सक्रांति पर किया गर्म कपड़ों और प्रसाद का दान

अखिल भारतीय अनुसूचित जाति युवजन समाज के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रपाल चांवरिया ने मकर सक्रांति पर कंबल व प्रसाद का वितरण किया। संगठन के सदस्यों ने रेलवे स्टेशन पानीपत, शनिदेव मंदिर, हनुमान मंदिर असंध रोड और देवी मंदिर असहाय लोगों को कड़ाके की ठंड से बचाने के लिए कंबल बांटे। प्रदेश अध्यक्ष कहा कि महापुरुषों की जयंती पर लोगों की सहायता के लिए कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। संगठन का मुख्य उद्देश्य असहाय और अनुसूचित जाति के लोगों की भलाई के लिए कार्य करना, महान संतों की शिक्षाओं का प्रचार-प्रसार करना, अनुसूचित जाति के लोगों में शैक्षणिक क्रांति लाना, छुआछूत के कलंक को मिटाने के प्रयास करना और महिलाओं में हर प्रकार की जागृति लाने के लिए कार्य करना है। इस अवसर पर सुमन चांवरिया, बबीता, कविता, कुसुम सोलंकी, मुकेश देवी, पूनम कपूर, धर्मबीर सारसर, बंसाीलाल और तेजपाल उपस्थित रहे।


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