अब तीसरी आंख की नजर में निगम के कर्मचारी, कमिश्नर ने कैश काउंटर भी बदला
नगर निगम के कर्मचारी अब सीसीटीवी यानी तीसरी आंख की नजर में काम कर रहे हैं। निगम में रिश्वत मांगने के आरोप लगातार लग रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। कर्मचारियों पर सीसीटीवी के जरिए खुद निगम कमिश्नर आरके सिंह मोबाइल से नजर रखेंगे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम के कर्मचारी अब सीसीटीवी यानी तीसरी आंख की नजर में काम कर रहे हैं। निगम में रिश्वत मांगने के आरोप लगातार लग रहे हैं। इस पर रोक लगाने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। कर्मचारियों पर सीसीटीवी के जरिए खुद निगम कमिश्नर आरके सिंह मोबाइल से नजर रखेंगे। अगर किसी कर्मचारी के पास कोई बाहरी व्यक्ति खड़ा पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। कैमरों पर दो जगहों पर नजर रखी जाएगी। इसके साथ ही कमिश्नर ने कैश काउंटर को भी बदल दिया है।
पहले पालिका बाजार स्थित नगर निगम के प्रापर्टी आइडी केंद्र में कैश काउंटर होता था। यहां आए दिन हंगामा होता रहता था। कैश काउंटर को बदलकर ताऊ देवीलाल काम्प्लैक्स में शिफ्ट कर दिया। बदले गए कैश काउंटर की रिपोर्ट भी हर घंटे कमिश्नर खुद लेंगे। कैश काउंटर पर स्थाई कर्मचारी क्लर्क की ड्यूटी निर्धारित की गई। अब हाउस टैक्स, प्रापर्टी आइडी में नाम बदलवाने की फीस देवी लाल काम्प्लैक्स में स्थित नगर निगम कार्यालय कैश काउंटर पर ही जमा होगी। सहमे दिखे कर्मचारी
नगर निगम कार्यालय प्रापर्टी आइडी केंद्र में कुछ कर्मचारी सहमे नजर आए। कर्मचारियों को अगर कोई काम भी हुआ तो डिप्टी म्यूनिसिपल कमिश्नर (डीएमसी) जितेंद्र कुमार से अनुमति लेने के बाद ही सीट से उठे। कैमरे लगने के बाद निगम की व्यवस्था में भी काफी सुधार देखा गया। कार्यालय में वही लोग पहुंचे, जिन्हें अपना काम करवाना था। बाहरी व्यक्ति कोई भी दिखाई नहीं दिया। आम दिनों के मुकाबले कम ही चहल पहल रही। कार्यालय में अभद्र व्यवहार किया तो होगी कार्रवाई
अब अगर कर्मचारियों के साथ किसी भी व्यक्ति ने अभद्र व्यवहार किया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही कर्मचारियों को कमिश्नर ने निर्देश दिए हैं कि अगर कोई भी व्यक्ति गलत व्यवहार करता है तो उसकी वीडियो रिकार्डिंग की जाएगी। इसके बाद कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कैमरे लग चुके हैं, एलईडी लगनी बाकी
नगर निगम ने डीएमसी जितेंद्र कुमार ने जागरण से बातचीत में बताया कि सीसीटीवी कैमरे निगम कार्यालय में लग चुके हैं। इससे पारदर्शिता से काम किया जा सकेगा। साथ निगम में एलईडी भी लगाई जानी चाहिए, ताकि लोगों भी पता चल सके कि सीसीटीवी कैमरे की नजर में है।