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गोरक्षकों की पिटाई करने के आरोपित पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कार्रवाई

पानीपत के गोरक्षकों को करनाल सीआइए-वन की तरफ से थर्ड डिग्री देने के मामले में पुलिस के खिलाफ कार्रवाई न होने से गोरक्षा दल के पदाधिकारी आहत हैं। करनाल और पानीपत पुलिस मामले की लीपापोती कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Dec 2019 08:16 AM (IST)Updated: Fri, 06 Dec 2019 08:16 AM (IST)
गोरक्षकों की पिटाई करने के आरोपित पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कार्रवाई
गोरक्षकों की पिटाई करने के आरोपित पुलिसकर्मियों पर नहीं हुई कार्रवाई

जागरण संवाददाता, पानीपत : पानीपत के गोरक्षकों को करनाल सीआइए-वन की तरफ से थर्ड डिग्री देने के मामले में पुलिस के खिलाफ कार्रवाई न होने से गोरक्षा दल के पदाधिकारी आहत हैं। करनाल और पानीपत पुलिस मामले की लीपापोती कर रही है। गोरक्षा दल के प्रांतीय उपाध्यक्ष आजाद सिंह आर्य का आरोप है कि करनाल सीआइए-वन ने गोवंश तस्करों से दो लाख रुपये की डील की थी। इसके सुबूत उनके पास हैं। गृहमंत्री अनिल विज ने तीन दिन में कार्रवाई का आश्वासन दिया था। अभी तक ऐसा नहीं हो पाया है। वे सोमवार को गृहमंत्री अनिल विज और आइजी योगेंद्र नेहरा से मिलकर सुबूत पेश करेंगे। अगर फिर भी सुनवाई नहीं हुए तो वे मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखेंगे।

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यह है मामला

1 दिसंबर को करनाल सीआइए-वन रोहतक से गोवंशों से भरे कंटेनर को एस्कॉर्ट कर उप्र ले जा रही थी। नेशनल हाईवे सिवाह के निकट चार गोरक्षकों ने पुलिस को रोका तो पिस्तौल के बल पर थाने ले गई और पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया। सीआइए-वन ने गोरक्षकों के खिलाफ ड्यूटी में बाधा का मामला दर्ज कर दिया। उधर, बुधवार को गोरक्षक पानीपत के एसपी सुमित कुमार को ज्ञापन सौंप कर आरोपित पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या के प्रयास व अपहरण का मामला दर्ज करने की मांग की थी।


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