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वाट्सएप ग्रुप की मदद से नौ साल का योगेश पहुंचा अपने घर

वाट्सएप-फेसबुक जैसे सोशल संदेश वाहक का सकारात्मक इस्तेमाल करें तो बड़े काम की चीज है। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने वाट्सएप ग्रुप की मदद से एक नौ वर्षीय बच्चे के माता-पिता को तलाश लिया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 10 Jun 2020 08:09 AM (IST)Updated: Wed, 10 Jun 2020 08:09 AM (IST)
वाट्सएप ग्रुप की मदद से नौ साल का योगेश पहुंचा अपने घर
वाट्सएप ग्रुप की मदद से नौ साल का योगेश पहुंचा अपने घर

जागरण संवाददाता, पानीपत : वाट्सएप-फेसबुक जैसे सोशल संदेश वाहक का सकारात्मक इस्तेमाल करें तो बड़े काम की चीज है। एक अच्छा मैसेज चंद मिनटों में हजारों लोगों तक पहुंच जाता है। बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) ने वाट्सएप ग्रुप की मदद से एक नौ वर्षीय बच्चे के माता-पिता को तलाश लिया।

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समिति के सदस्य डा. मुकेश आर्य ने बताया कि विद्यानंद कॉलोनी निवासी दिनेश का नौ वर्षीय पुत्र योगेश है। बहुत कम शब्द बोल पाता है। सात जून को वह घर के बाहर खेल रहा था। इसी दौरान ठेली पर आइसक्रीम बेचने वाला कॉलोनी में पहुंचा। योगेश की जेब में पांच रुपये थे, वह आइसक्रीम लेने के लिए ठेली वाले के पीछे चल दिया। आइसक्रीम दे दो..यह शब्द वह बोल नहीं सका और काफी दूर निकल गया। बच्चा शाम करीब सात बजे गांव उग्राखेड़ी में करियाना की दुकान पर पहुंचा। दुकानदार ने उसे रात में अपने घर में रखा, खाना खिलाया। 8 जून को उसे थाना चांदनीबाग पहुंचा दिया। पुलिस ने चाइल्ड हेल्प लाइन को कॉल की। वहां की टीम ने बच्चा सीडब्ल्यूसी के समक्ष बच्चा पेश कर दिया। सीडब्ल्यूसी ने वाट्सएप ग्रुप में बच्चे का फोटो साझा किया। ग्रामीण विधानसभा सीट से विधायक महीपाल ढांडा के ग्रुप में शामिल राजपाल नाम के व्यक्ति ने सीडब्ल्यूसी को बच्चे के पिता का घर बताया। मंगलवार को सीडब्ल्यूसी कार्यालय पहुंचे दिनेश को उसका पुत्र सौंप दिया गया।


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