सड़क हादसे रोकने की नई पहल, हेलमेट पहन लिया 8वां फेरा
सड़क हादसे रोकने की नई पहल, हेलमेट पहन लिया
विक्रम पूनिया, कैथल
अपनी छवि के लिए बदनाम पुलिस विभाग ही बदलते भारत का साक्षी बन रहा है। ऐसा ही एक नजारा कैथल पंजाबी सेवा सदन में सामूहिक विवाह में देखने को मिले। पुलिस विभाग के एसआइ रामलाल टीम को साथ लेकर विवाह स्थल पर पहुंचे और दो घंटे तक सात फेरे होने का इंतजार किया और फिर आठवां फेरा बदलाव का हुआ। मंडप पर बैठे सात जोड़ों ने एक फेरा हेलमेट डालकर पूरा किया। सभी जोड़ों ने प्रण भी लिया कि जब भी दोपहिया वाहन पर सफर करेंगे तो हेलमेट का प्रयोग करेंगे।
पोस्टर देख आया विचार
रामलाल के अनुसार बेटियों को हेलमेट देने का काम वह पहले से कर रहे हैं। थाने के सामने लगे सामूहिक विवाह के पोस्टर को देख उनके मन में यह विचार आया। आयोजकों से बात कर इस मुहिम को शुरू किया।
पहले भी बांट चुके 250 हेलमेट
एसआइ रामलाल ने बताया कि उन्होंने डॉटर विद हेलमेट ट्रस्ट बनाया है। इसकी शुरुआत उन्होंने अपने गृह क्षेत्र टोहाना से की थी। अब तक वह टोहाना, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र और कैथल में 250 हेलमेट महिलाओं को बांट चुका है। हेलमेट का खर्च भी खुद वहन किया है। सामूहिक विवाह में हेलमेट के खर्च में पुलिसकर्मियों ने भी सहयोग किया है। इनमें एसएचओ जयवीर ¨सह, एएसआइ शमशेर ¨सह, होमगार्ड दीपू, नीलकंठ, राजपाल और चालक पवन भी शामिल हैं।
डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी की तैयार
रामलाल ने पुलिस के कर्मचारियों के सहयोग से यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के लिए पांच मिनट 26 सेकेंड की एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी तैयार कर यू-ट्यूब पर अपलोड की है।
एसपी ने भी थपथपाई पीठ
एसपी आस्था मोदी ने कहा कि यह एक सराहनीय कदम है। पूरा पुलिस विभाग एसआइ रामलाल को इस कार्य में सहयोग करेगा। कैथल में पुलिस विभाग पहले ही डॉटर विद हेलमेट अभियान चला रहा है।
ऐसा जज्बा जरूरी : पाहवा
सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजक सेवा संघ के संस्थापक शिव शंकर पाहवा ने भी पुलिस कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सपनों का भारत बनाने के लिए समाज सेवा का जज्बा हम सब में होना चाहिए।