फार्म भरा न इंटरव्यू, Roadways का नियुक्ति पत्र पहुंच रहा घर-घर
रोडवेज में चालक पदों की भर्ती का नियुक्ति पत्र जारी किया जा रहा है। इसके बाद अभ्यर्थियों के घर फोन करके ज्वाइनिंग के नाम पर रुपये मांगे जा रहे हैं।
पानीपत/जींद, [प्रदीप घोघडिय़ां]। रोडवेज में चालक पदों पर भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़े के खेल का जिन्न फिर से निकल आया है। फर्जीवाड़े के तहत सड़क राज्य परिवहन विभाग के लेटर पैड पर रोडवेज में चालक के पद पर भर्ती के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे जा रहे हैं। लगभग 4 महीने पहले भी इसी तरह परिचालक पदों पर भर्ती के लिए ऐसे फर्जी नियुक्ति पत्र भेजे गए थे, जिसमें रोहतक, यमुनानगर, जींद सहित दूसरे जिलों में कई लोग ठगी का शिकार हुए थे। मीडिया द्वारा इस मामले को उछालने के बाद यह सिलसिला रूक गया था, लेकिन अब फिर से यह सिलसिला शुरू हो गया है।
जींद की राम कॉलोनी का राजेश और खोखरी गांव का जोगेंद्र बस जींद अड्डा पहुंचे और प्रबंधन से पता किया कि चालक के पदों पर भर्ती की जा रही है या नहीं। महाप्रबंधक कार्यालय द्वारा इस तरह की किसी भी भर्ती से मना कर दिया गया तो उन्होंने वह नियुक्ति पत्र दिखाए, जो उनके घर पर डाक द्वारा भेजे गए थे। नियुक्ति पत्र सड़क राज्य परिवहन विभाग, सेक्टर 148, बिल्डिंग नंबर 30, ग्रेटर नोएडा से भेजे गए हैं।
पत्र में 2019 में आवेदन का हवाला
नियुक्ति पत्र में 2019 में आवेदन का हवाला देते हुए चालक पदों पर लंबित पड़े परिणाम को जारी कर सीधे सरकारी नौकरी पर चयन की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि आवेदक का कोई साक्षात्कार या परीक्षा नहीं होगी, चालक को 28500 रुपये प्रतिमाह सेलरी दी जाएगी, जिसमें हर साल 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी। आवेदक का कार्यकाल 60 वर्ष की आयु तक होगा और अनुच्छेद 24-बी एक्ट के तहत पेंशन का लाभ नहीं मिलेगा।
फोन कर मांगी जा रही 20 हजार रुपये की रिश्वत
राजेश, जोगेंद्र सिंह, जिले सिंह ने बताया कि उनके घर के पते पर डाक के माध्यम से जो नियुक्ति पत्र पहुंचा है, उस पर जो मोबाइल नंबर दिया गया है, उस नंबर पर बात करने पर सीधे ही 15 से 20 हजार रुपये की रिश्वत नियुक्ति के नाम पर मांगी जा रही है।
रोडवेज प्रबंधन ने नकारी नियुक्ति की बात
जींद डिपो के महाप्रबंधक आरएस पूनिया ने कहा कि इस तरह की कोई भी नियुक्ति जींद डिपो में नहीं हो रही है। चालक पदों पर भर्ती के नाम पर जो नियुक्ति पत्र भेजे जा रहे हैं, वह फर्जी हैं।
मामले की हो जांच, विभाग की हो रही बदनामी : लाठर
कर्मचारी महासंघ के जींद डिपो के प्रधान अनूप लाठर ने कहा कि रोडवेज में चालक पदों पर फर्जी नियुक्ति पत्र भेजने के इस मामले की जांच होनी चाहिए, ताकि जनता धोखाधड़ी से बच सके और रोडवेज विभाग पर भी बदनामी का दाग नहीं लगे।