एनसी मेडिकल कॉलेज अधिग्रहित, कोविड-19 के लिए काम करेगा स्टाफ
कोरोना वायरस (कोविड-19) का भविष्य में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन होने से निपटने की तैयारी के तहत जिला प्रशासन ने इसराना स्थित एनसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को अधिग्रहित कर लिया है। यहां के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी कोविड-19 आशंकित-पॉजिटिव मरीजों के लिए काम करेगा।
जागरण संवाददाता, पानीपत : कोरोना वायरस (कोविड-19) का भविष्य में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन होने से निपटने की तैयारी के तहत जिला प्रशासन ने इसराना स्थित एनसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को अधिग्रहित कर लिया है। यहां के डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ भी कोविड-19 आशंकित-पॉजिटिव मरीजों के लिए काम करेगा।
जिलाधीश धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हमें कम से कम 1000 बेड का आइसोलेशन तैयार करना है। इसी कड़ी में एनसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, एग्रो मॉल और सिविल अस्पताल के बेसमेंट का निरीक्षण किया गया था। तीनों का प्रपोजल भी उच्चाधिकारियों को भेजा गया था। आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 65 के तहत एनसी मेडिकल कॉलेज इसराना को तुरंत प्रभाव से अधिग्रहित किया है। कोविड-19 के तहत आमजन के उद्देश्यों की पूर्ति, मरीजों की बढ़ती संख्या, रोगियों की सुविधा और इलाज की उपलब्धता के लिए यह कदम उठाया गया है। बाकी दोनों स्थानों के लिए मंजूरी का इंतजार है।
सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि एनसी की क्षमता 600 बेड है। वहां 60 बेड का फैसिलिटी क्वारंटाइन केंद्र पहने से बनाया हुआ है। इनके अलावा करीब 470 बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया जाएगा।