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Nagar Nigam: यमुनानगर में अब बंदरों से मिलेगी निजात, कलेसर के जंगल में छोड़े जाने की योजना

यमुनानगर के नगर निगम एरिया में बंदरों से निजात मिलने की उम्मीद जगी है। बंदरों को पकड़ने को लेकर मुहिम चलाई जाएगी। शहर से पकड़कर इन बंदरों को कलेसर के जंगल में छोड़ा जाएगा। खास बात यह है कि बंदर पकड़ते समय उसकी सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 04 Oct 2021 01:44 PM (IST)Updated: Mon, 04 Oct 2021 01:44 PM (IST)
यमुनानगर नगर निगम एरिया में मिलेगी बंदरों से निजात।

यमुनानगर, जागरण संवाददाता। नगर निगम एरिया में अब बंदरों से निजात मिलने की उम्मीद जगी है। यह काम ठेकेदार के माध्यम से किया जाएगा। निगम अधिकारियों ने इसके लिए टेंडर काल किया। शहर से पकड़कर इन बंदरों कलेसर के जंगल में छोड़ा जाएगा। खास बात यह है कि बंदर पकड़ते समय उसकी सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाएगा। यदि बंदर को किसी तरह का शारीरिक नुकसान होता है तो जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी। बता दें कि शहर में बंदरों की तादाद लगातार बढ़ रही है। सरेआम छतों पर उत्पात मचाते हैं। शहरवासियों को काटकर चोटिल किए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। निगम अधिकारियों के मुताबिक टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही बंदर पकड़ने का काम शुरू कर दिया जाएगा। हाउस की बैठक में भी यह मुद्दा उठ चुका है। 

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नहीं खिलाया जा सकता नशीला पदार्थ

संबंधित एजेंसी को सख्त हिदायत है कि बंदर पकड़ते समय उसको किसी भी तरह नशीला पदार्थ नहीं खिलाया जाएगा। न कोई दवाई दी जाएगी और न ही ऐसा कोई भोजन दिया जाएगा जिससे उसकी सेहत पर दुष्प्रभाव पड़े। पकड़े गए बंदरों की पशु चिकित्सक से मेडिकल जांच करवाने के उपरांत ही कलेसर वन में छोड़ना होगा। बंदरों को पकड़ने के दौरान किसी भी तरह की क्रुरता न की जाए। नियमों की उल्लंघन करने पर ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। 

ये शर्तें भी जरूरी 

बंदर पकड़ने का साधन, एंटी रैबिज दवाई, बंदर की खुराक व बंदर के चोटिल होने पर इलाज के समय में प्रयोग किए जाने वाली दवाइयां व आवश्यक प्रबंध एजेंसी स्वयं करेगी। बंदरों को जंगल में छोड़ने के लिए वाहन नगर निगम उपलब्ध करवाएगा। ट्विन सिटी से बंदर पकड़ने का काम छह माह में पूरा करना होगा। 

बंदरों को पकड़वाए जाने की योजना

नगर निगम कमिश्नर अजय सिंह तोमर ने बताया कि यमुनानगर-जगाधरी शहर से बंदरों को पकड़वाए जाने की योजना है। इसके लिए टेंडर काल किया गया है। संबंधित ठेकेदार को आवश्यक शर्तों के मुताबिक ही काम करना होगा। विभिन्न क्षेत्रों से बंदरों की लगातार शिकायतें मिल रही हैं।


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