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बैंक खाता या आइएफएससी कोड अपडेट न होने से अटके सरसों तेल के पैसे

बीपीएल परिवारों को सरसों का तेल न मिलने पर 250 रुपये दिए जा रहे हैं। जिले में हजारों पात्र कार्ड धारकों के बैंक खातों की पीपीपी (परिवार पहचान पत्र) में जानकारी अपडेट या सही न होने के कारण उनकी राशि अटक गई है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 06 Aug 2021 08:47 AM (IST)Updated: Fri, 06 Aug 2021 08:47 AM (IST)
बैंक खाता या आइएफएससी कोड अपडेट न होने से अटके सरसों तेल के पैसे

जागरण संवाददाता, पानीपत : बीपीएल परिवारों को सरसों का तेल न मिलने पर 250 रुपये दिए जा रहे हैं। जिले में हजारों पात्र कार्ड धारकों के बैंक खातों की पीपीपी (परिवार पहचान पत्र) में जानकारी अपडेट या सही न होने के कारण उनकी राशि अटक गई है। कार्ड धारक हर रोज डिपो होल्डर के पास पैसे खाते में न आने को लेकर चक्कर लगा रहे हैं। वहीं संबंधित विभाग की ओर से जिन पात्रों के खाते अटैच हैं या अपडेट नहीं हैं, उनकी सूची संबंधित डिपो होल्डर को भेजी गई है।

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पानीपत जिले में 1 लाख 56 हजार 433 राशन कार्ड धारक हैं। इसमें एएवाई, सीबीपीएल, एसबीपीएल व ओपीएच श्रेणी के हैं। इनके सदस्यों की संख्या 7 लाख 25 हजार 264 हैं। इन्हें हर माह सस्ता राशन मिलता है। एपीएल यानी, सामान्य श्रेणी के राशन कार्ड धारकों को सरकार की राशन वितरण संबंधित किसी भी योजना का लाभ नहीं मिलता है। प्राथमिक परिवार (ओपीएच) को गेहूं, बाजरा व चना दिया जाता है। जबकि अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई), स्टेट बीपीएल, सेंट्रल बीपीएल कार्ड धारक को राशन डिपों पर सस्ती दरों पर गेहूं, बाजरा, दाल, नमक, चना, चीनी व सरसों के तेल वितरण किया जाता है। लेकिन पिछले दो माह से बीपीएल परिवारों को सरसों का तेल नहीं मिल पाया है। इसकी एवज में सरकार ने खाते में रुपये डालने की घोषणा की थी। पीपीपी के जरिये जुटाई जा रही है जानकारी

प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाए गए हैं। उनमें परिवार के सदस्यों के साथ उनके बैंक खाते आदि की जानकारी अपडेट की गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग भी बीपीएल कार्ड धारकों के खातों में सरसों के तेल के पैसे डालने के लिए पीपीपी के जरिये उनके खाते की जानकारी जुटा रहा है। ऐसे में करीब 25 हजार कार्ड धारकों के खातों की जानकारी स्टीक न होने के कारण उनकी राशि बैंक खातों में डल नहीं पाई है। क्यों बने तेल न मिलने के हालात

इस बार किसानों को सरसों के एमएसपी से बहुत ज्यादा दाम मिले। ऐसे में सरसों की कोई सरकारी खरीद नहीं हो सकी। हैफेड के पास सरसों नहीं बची तो तेल का स्टाक भी खत्म हो गया। इसी वजह से राशन डिपो पर गरीबों को प्रति माह मिलने वाला दो लीटर तेल भी बंद हो गया। परिवार पहचान पत्र के आधार पर इस तरह से है स्थिति

कुल बीपीएल परिवार --46005

कुल बीपीएल परिवार सदस्य --2,01,580

मुखिया के साथ कुल बीपीएल परिवार --43,987

परिवार के मुखियाओं के बैंक खाते --31,060

परिवार के मुखियाओं के वैध बैंक खाते --20,427

फेल्ड व लंबित बैंक खाते --10,633

गैर वैध खाते --14,945 डिपो धारकों को भेजी दी है सूची

जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक सुभाष सिहाग ने दैनिक जागरण को बताया कि जिले में काफी कार्ड धारकों के पीपीपी आइडी में बैंक खाते या तो अपडेट नहीं है या किसी का आइएफएससी कोड ठीक नहीं है। उक्त कार्ड धारकों की सूची संबंधित डिपो होल्डर को भी भेजी गई है। उन्होंने कहा कि पात्र कार्ड खुद भी नजदीक के सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) पर अपना बैंक खाता व अन्य जानकारी अपडेट करा सकते हैं। ताकि जानकारी अपडेट होने पर उनके खातों में सरसों के तेल की राशि डाली जा सके।


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