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मुस्लिम युवती ने थाने में बयां की प्रेम कहानी, लेना चाहती है सात फेरे Panipat News

एक मुस्लिम युवती ने गुहार लगाई है कि परिजनों से उसे जान का खतरा है। वजह भी चौकाने वाली सामने आई है। वह‍ हिंदू युवक से शादी करना चाहती है।

By Edited By: Published: Thu, 08 Aug 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 08 Aug 2019 01:13 PM (IST)
मुस्लिम युवती ने थाने में बयां की प्रेम कहानी, लेना चाहती है सात फेरे Panipat News
मुस्लिम युवती ने थाने में बयां की प्रेम कहानी, लेना चाहती है सात फेरे Panipat News

पानीपत, जेएनएन। पानीपत में मुस्लिम युवती और हिंदू युवक की प्रेम कहानी सामने आई है। दोनों एक दूसरे से शादी करना चाहते हैं। लेकिन, युवती के परिजनों को ये प्रेम कहानी रास नहीं आ रही। उन्‍होंने युवती पर दबाव देकर युवक के खिलाफ दुष्‍कर्म की शिकायत दिला दी। जब जांच शुरू हुई तो युवती ने महिला थाने में अपनी प्रेम कहानी बयां कर दी। 

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नूरवाला की मुस्लिम युवती वधावाराम कॉलोनी के हिंदू युवक से शादी करना चाहती है। माता-पिता के दबाव में उसने युवक के खिलाफ महिला थाना में दुष्कर्म की शिकायत दे दी। पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया तो युवती ने सच्चाई बयां की। जब माता-पिता तैयार नहीं हुए तो युवती ने जान का खतरा बता घर जाने से इन्कार कर दिया। 

हिंदू परिवार बहू बनाने को तैयार
जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि युवती 10वीं तक पढ़ी है और 19 वर्ष की है। लड़का लगभग 18 वर्ष का है। दोनों चार वर्षों से एक-दूसरे को जानते हैं। लड़का और उसके परिजन युवती को घर की बहू बनाने को तैयार हैं। महिला थाने में मामले में दोनों पक्षों के बीच घंटो बहस हुई। रजनी गुप्ता के मुताबिक महिला थाना प्रभारी रेखा ने सुरक्षा मुहैया कराने के लिए युवती को उनके पास भेजा। उसे करनाल वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। 

लड़का शादी लायक होगा तभी करेंगे शादी
लड़के के माता-पिता ने कहा कि उनकी एक बेटी है। उसकी शादी में कोई बाधा न आए इसलिए पहले उसकी शादी करेंगे, इसके बाद मुस्लिम लड़की बहू बनाकर लाएंगे। लड़का अभी 21 साल का भी नहीं हुआ है। युवती की शिकायत में कहा गया था कि लड़का शादी के लिए तैयार नहीं है। अगर वह शादी नहीं करता तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसी बयान में वे फंस गए। लड़का और परिजन शादी के लिए तैयार हो गए। 

डीपीओ ने नहीं की कॉल रिसीव 
रजनी गुप्ता ने बताया कि रेडक्रॉस की बिल्डिंग में भी वन स्टॉप सेंटर बना हुआ है। युवती को वहां छोड़ा जाए इसके लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की डीपीओ सरला यादव और सेंटर प्रशासनिक को कई बार कॉल की गई, रिसीव नहीं हुई। उधर, डीपीओ ने कहा कि अभी सेंटर में केवल एक स्टाफ है, किसी को नहीं रख सकते।

दोनों पक्षों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था। लड़की की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही महिला संरक्षण अधिकारी को केस सौंपा। 
रेखा, महिला थाना प्रभारी।

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