सट्टे में हार की भरपाई फिरौती से करने को चचेरे भाई की हत्या, चार दिन बाद था जन्मदिन Panipat News
सट्टे में हार की भरपाई के लिए पानीपत में चचेरे भाई की हत्या कर दी गई। मृतक किशोर का चार दिन बाद जन्मदिन था। दोस्तों के साथ गला घोंट फोन कर पिता से पांच लाख रुपये मांगे थे।
पानीपत, जेएनएन। फिरौती से सट्टे में हार की भरपाई करने के लिए एक युवक ने दो दोस्तों संग साजिश रची। इसके बाद 15 वर्षीय चचेरे भाई को घर से बुलाया और गला घोंट दिया। शव को सिवाह गांव के पास चौटाला रोड पर नाले में फेंक दिया। बाद में उसी के मोबाइल फोन से किशोर के पिता से पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। मगर मोबाइल की कॉल डिटेल और युवक की कॉल रिकार्डिंग से आरोपित व उसके दोस्त पकड़े गए। वारदात मंगलवार रात नौ बजे की है।
कुणाल उर्फ लवी (15) तहसील कैंप के जवाहर नगर के फोटोग्राफर योगेश उर्फ बिट्टू का इकलौता बेटा था। वह 10वीं कक्षा का छात्र था। कुणाल ने ताऊ संजय के बेटे साहिल उर्फ गोल्ली को 100 रुपये उधार दे रखे थे। कुछ दिन पहले साहिल और उसका दोस्त ग्रीन पार्क का रमन गोयल सट्टे में पांच लाख रुपये हार गए थे। लेनदारों का दबाव बढ़ रहा था। साहिल ने रमन के साथ दो दिन पहले साजिश रची कि वे पहले कुणाल की हत्या करेंगे और फिर चाचा से पांच लाख रुपये लेंगे।
माता-पिता वैष्णाे देवी गए तो घर बुलाया
दो दिन पहले रमन के पिता प्रवीण गोयल और मां वैष्णो देवी चले गए। ट््यूशन से लौटकर रात 8:30 बजे कुणाल अपनी मां मोनिका को साहिल के घर जाने की बात कहकर निकला था। घर के बाहर खड़े साहिल ने कुणाल को उधार के 100 रुपये लेने के लिए रमन के घर पर बुला लिया। साहिल ने तहसील कैंप निवासी दोस्त कशिक को भी वहीं बुला लिया। रात करीब 8:40 बजे कुणाल रमन के घर पहुंचा।
चार्जर के तार से गला घोंटा
वहां रमन, साहिल और कशिक ने कुणाल का गला दबा दिया। सांसें नहीं थमी तो मोबाइल चार्जर के तार से गला घोंट दिया। इसके बाद रमन ने कुणाल के मोबाइल से उसके पिता को फोन कर पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद कुणाल की साइकिल पर साहिल घर लौट गया, ताकि किसी को शक न हो। रात 12 बजे के बाद रमन और कशिक ने शव को ऑल्टो कार में डाल 12 किमी दूर सिवाह गांव के पास चौटाला रोड पर नाले में फेंक दिया। कुणाल का मोबाइल फोन भी फेंक दिया। रमन ने घर में लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग भी डिलीट कर दी।
गृह मंत्री को करना पड़ा फोन
देर रात तक कुणाल नहीं लौटा तो स्वजनों ने तलाश शुरू की। तहसील कैंप चौकी में गए। शक जताया कि चार युवकों पर शक है जो सट्टा खेलते हैं। पुलिस ने उन्हीं को धमकाया। इस पर उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज और एसपी को फोन किया। एसपी ने जांच सीआइए-टू को सौंपी। मोबाइल की कॉल डिटेल खंगाली तो कुणाल के मोबाइल की अंतिम लोकेशन रमन के घर के आसपास मिली। पुलिस ने रमन, कशिक और साहिल से कड़ाई से पूछताछ की तो उन्होंने वारदात स्वीकार कर ली। उनकी बताई जगह से शव को बरामद कर लिया।
13 जनवरी को कुणाल का जन्म दिन
कुणाल से दो छोटी बहन 14 वर्षीय साक्षी और 12 वर्षीय ईशा है। 13 जनवरी को कुणाल का सोलहवां जन्मदिन मनाया जाना था।
बीए और बीकॉम के छात्र हैं आरोपित
आरोपित साहिल बीबीए का छात्र रहा है। फिलहाल कॉलेज छोड़ पत्राचार से बीकॉम कर रहा है। कशिक और रमन पत्राचार से ही बीए कर रहे हैं। कशिक के माता-पिता शिक्षक हैं।
योगेश की शिकायत पर देर रात कुणाल की गुमशुदगी का केस दर्ज किया था। इसमें हत्या और शव को खुर्द-बुर्द करने की धारा जोड़ दी गई है। तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। बृहस्पतिवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
सुमित कुमार, एसपी।