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नगरपालिका कर्मचारी संघ की सरकार ने चौथे दिन मांगों को माना

नगरपालिका कर्मचारी संघ की मांगों को सरकार ने हड़ताल के चौथे दिन मान लिया है। प्रदेश कार्यकारिणी ने इसके बाद हड़ताल को वापस ले लिया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 31 Aug 2019 08:37 AM (IST)Updated: Sat, 31 Aug 2019 08:37 AM (IST)
नगरपालिका कर्मचारी संघ की सरकार ने चौथे दिन मांगों को माना
नगरपालिका कर्मचारी संघ की सरकार ने चौथे दिन मांगों को माना

जागरण संवाददाता, पानीपत : नगरपालिका कर्मचारी संघ की मांगों को सरकार ने हड़ताल के चौथे दिन मान लिया है। प्रदेश कार्यकारिणी ने इसके बाद हड़ताल को वापस ले लिया है। नगर निगम, नगरपालिका व नगर परिषदों के कर्मचारी शनिवार को ही काम पर लौट जाएंगे। कार्यालयों में सोमवार को ही बाबू मिलेंगे।

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नगरपालिका कर्मचारी संघ के बैनर तले शुक्रवार को चौथे दिन निगम के फायरमैन, ड्राइवर, माली, बेलदार, चौकीदार, सेवादार, लिपिक समेत अन्य कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल पर रहे। इसमें ग्रामीण सफाईकर्मी और रिटायर्ड कर्मचारी संघ ने भी समर्थन दिया। पालिका बाजार में धरने की अध्यक्षता शाखा प्रधान सुभाष चंडालिया असैा मंच संचालन बलदेव बागड़ी ने किया। उन्होंने कहा कि कर्मचारी संघ सरकार के सामने लगातार अपनी मांगों को रख रहा है। सरकार अब तक अनदेखी बरत रही है। हड़ताल के चलते नगर निगम कार्यालय में चौथे दिन भी कामकाज प्रभावित रहा। अब सोमवार को कार्यालय में काम गति पकड़ेगा। इस मौके सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान कश्मीर सिंह, उप-प्रधान राजपाल, सचिव अमरीश त्यागी, खजांची डॉ. सुरेंद्र मलिक, पूर्व सचिव तेजपाल, रिटायर्ड कर्मचारी के संघ के प्रधान सीताराम, सीटू के प्रधान सुनील दत्त मौजूद रहे। दूसरे दौर में वार्ता सिरे चढ़ी

शाखा प्रधान सुभाष चिडालिया ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी की शुक्रवार को पहली बैठक शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव आनंद मोहन शरण के साथ हुई। इसमें मांगों पर सहमति नहीं बनी। उनको दोबारा वार्ता के लिए बुलाया। पीएस सीएम आरके. खुल्लर से पंचकूला सेक्टर-2 में बैठक हुई। उनकी मांगों को मान लिया।

पालिका, परिषद और निगमों के सफाई कर्मचारियों, सीवरमैन व फायर में लगे ड्राइवरों, फायरमैन को ठेका प्रथा से मुक्त कर विभाग के रोल पर रखा जाएगा। फायरकर्मियों को नौकरी से नहीं हटाया जाएगा। समान काम समान वेतन पर विचार किया जाएगा। सफाई कर्मचारियों को ?15 हजार रुपये वेतन सालाना वेतन वृद्धि के साथ दिया जाएगा। 9 से 24 मई तक 16 दिन की हड़ताल में निकाले गए कर्मचारियों को ड्यूटी पर वापस लिया जाएगा। 2 से 4 अक्टूबर 2018 और 27 से 30 अगस्त तक चली हड़ताल को भी ड्यूटी पीरियड माना जाएगा। सफाई निरीक्षक के डिप्लोमाधारक सफाई कर्मचारियों को सहायक सफाई निरीक्षक के पद पर नियुक्ति का मौका दिया जाएगा। 6. सफाई दरोगा सीनियरिटी से बनाए जाएंगे

7. मुख्यमंत्री द्वारा 20 जुलाई को की गई घोषणा के अनुसार कैशलेस मेडिकल सुविधा, एस ग्रेशिया पॉलिसी के तहत नौकरी में मिलने वाले लाभ व नौकरी सभी पक्के व ठेका प्रथा में लगे कच्चे

सीवरमैन तथा सफाई कर्मचारियों को 1000000 रुपए दुर्घटना बीमा का लाभ दिया जाएगा व अन्य मांगों पर भी सहमति बनी है


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