कूड़ा डंपिंग स्टेशन और स्ट्रीट लाइटों पर निगम से ठनी
ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे डंपिग स्टेशन को सेक्टर-25 स्थित हनुमान चौक के नजदीक शिफ्ट करने की तैयारी में निगम सेक्टरवासियों को भनक लगी तो पहुंचे निगम कार्यालय बोले- यहां अब रहने लायक नहीं रख लीजिए हमारे घरों की चाबी।
जागरण संवाददाता, पानीपत : ट्रांसपोर्ट नगर में चल रहे कूड़ा डंपिग स्टेशन को नगर निगम सेक्टर-25 स्थित हनुमान चौक के पास ड्रेन नंबर-वन के बगल शिफ्ट करने की तैयारी में है। सेक्टरवासियों को इसकी भनक लगी तो विरोध में उतर आए। लोगों का कहना है कि इससे सेक्टर में गंदगी फैलेगी और बदबू से लोग पहले ही परेशान हैं। लगे हाथ बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों पर भी निगम को घेर लिया। नाराज सेक्टरवासी अपने मकानों की चाबी शुक्रवार को निगम कमिश्नर ओमप्रकाश को सौंपने पहुंच गए। कहा कि निगम सुविधाएं नहीं दे सकता तो हम घर छोड़ने पर मजबूर हो जाएंगे।
वहीं, निगम कमिश्नर ओमप्रकाश ने मामला तूल पकड़ता देख डंपिग स्टेशन के लिए सेक्टर की बजाय किसी गांव में जमीन तलाशने का भरोसा देकर लोगों को शांत कराया। स्ट्रीट लाइटों के सवाल पर ठेकेदार के खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज कराने का आश्वासन दिया। सेक्टरवासियों का आरोप है कि कमिश्नर के आश्वासन के बाद भी स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं हुई हैं। अंधेरे में रहना पड़ता है।
महर्षि दयानंद रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर-25 के प्रधान डॉ. राजबीर आर्य की अगुवाई में स्थानीय लोगों ने शुक्रवार को नगर निगम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। नारेबाजी करते हुए निगम कमिश्नर ओमप्रकाश के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि जेबीएम का कूड़ा डंपिग स्टेशन ट्रांसपोर्ट नगर में है। कूड़े में अक्सर आग लगी रहती है। सारा धुंआ सेक्टर में आता है। बदबू भी उठती रहती है। निगम अधिकारी अब इसे सेक्टर-25 में हनुमान चौक के नजदीक ड्रेन नंबर वन के साथ शिफ्ट कर रहे हैं। कंपनी ने रास्ता बनाने के लिए जेसीबी चला रखी है। अब सेक्टर के बीचोबीच डंपिग स्टेशन बन जाने से लोगों की परेशानी और बढ़ जाएगी। घरों में रहना मुश्किल हो जाएगा। बेहतर है वे इससे पहले अपने मकानों में ताले लगाकर अधिकारियों को चाबी सौंप दें।
इस मौके पर जगदीश चोपड़ा, महिद्र जुनेजा, जगरूप श्योकंद, अश्वनी शर्मा, विजय गुलाटी, शाम गोयल, डीपी जुनेजा, अमृत पाल गंभीर, सुरेंद्र कालड़ा, बलराज सैनी व अनिल दुआ मौजूद रहे। स्ट्रीट लाइटों पर चुप हैं अधिकारी
सेक्टरवासियों ने कहा कि आठ महीने से स्ट्रीट और एलईडी लाइटें खराब पड़ी हैं। मेयर अवनीत कौर व पूर्व मेयर भूपेंद्र सिंह समेत निगम के अधिकारियों को कई बार शिकायत कर चुके हैं। राहगीरी में इस परेशानी के कारण ही पोस्टर के माध्यम से रोष जताया था। इसके बावजूद अब तक स्ट्रीट लाइटें ठीक नहीं कराई जा सकी है। एसई को दिए आदेश तोड़ गए दम
डॉ. राजबीर आर्य ने बताया कि उन्होंने गत दिनों कमिश्नर ओमप्रकाश के सामने स्ट्रीट लाइटों की समस्या रखी थी। उन्होंने एसई रमेश कुमार को उसी शाम तक लाइट ठीक कराने के आदेश दिए थे। एसई ने इस आदेश को ताक पर रख दिया। ऐसे ठेकेदार को ब्लैकलिस्ट कर देना चाहिए।