देवर से शादी के बाद मां का मोह हुआ भंग तो बेटी ने छोड़ा घर
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) पानीपत के सदस्य अशोक कुमार ने बताया कि 24 फरवरी की सुबह लड़की घर से निकली।
जागरण संवाददाता, पानीपत : राजस्थान के जिला भरतपुर के वैर थानांतर्गत एक गांव में पति की मौत के बाद महिला ने देवर से विवाह कर लिया। इसके बाद उसका अपनी 16 वर्षीय बेटी से मोह भंग हो गया। उसके साथ मारपीट की जाने लगी। घर के कामकाज का बोझ उस पर डाल दिया। नतीजा, गुस्से में नाबालिग ने 24 फरवरी को घर छोड़ दिया। शनिवार को वह पानीपत के रेलवे स्टेशन पर बिना टिकट पकड़ी गई।
बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) पानीपत के सदस्य अशोक कुमार ने बताया कि 24 फरवरी की सुबह लड़की घर से निकली। बस में बैठ बिलियाना बस अड्डा, वहां से रेलवे स्टेशन पहुंची और बिहार जाने वाली ट्रेन में बैठ गई। इससे पहले कि वह बिहार पहुंचती, रास्ते में पड़ने वाले किसी स्टेशन (नाम नहीं बता सकी) पर किसी सज्जन व्यक्ति ने उसे वापस राजस्थान जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया। घर जाना नहीं चाहती थी, इसलिए वह शनिवार को पानीपत पहुंची। रेलवे स्टेशन पर बिना टिकट पकड़ी गई। जीआरपी ने चाइल्ड हेल्पलाइन को सूचना दी। पुलिस ने उसका सिविल अस्पताल में मेडिकल भी कराया।
सीडब्ल्यूसी ने उसे चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशन में भेजा। उधर, माता-पिता ने वैर थाना में गुमशुदगी दर्ज कराई हुई थी। काउंसिलिग के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ने वैर थाना से संपर्क साधा। रविवार को वहां की पुलिस पानीपत पहुंची। लड़की को उनके सुपुर्द कर दिया गया है।
बच्चों की भावनाओं को दें सम्मान सीडब्ल्यूसी की चेयरपर्सन एडवोकेट पदमा रानी ने बताया कि वर्ष में पांच-छह केस ऐसे आते हैं, जिनमें बच्चों के घर छोड़ने का कारण उनके अभिभावक होते हैं। बेहतर है कि बच्चों की भावनाओं का ध्यान रखा जाए। उनके प्रति स्नेह को कम न होने दें। उनकी पढ़ाई, स्वास्थ्य और खानपान का ध्यान रखें।