Monkeypox: विदेशों में फैला मंकी पाक्स, हरियाणा में अलर्ट, ऐसे बरतें सावधानी
Monkeypox मंकी पाक्स का खतरा विदेशों में बढ़ गया है। इसे लेकर हरियाणा में भी स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। विदेशों से आने जाने वालों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। सरकारी अस्पतालों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई।
अंबाला, जागरण संवाददाता। कोरोना के बाद अब मंकी पाक्स बीमारी को लेकर स्वास्थ्य विभाग की नजर विदेश से आने वाले लोगों पर है। खासकर उन देशों, जहां यह बीमारी फैल रही है, से जो लोग अंबाला आ रहे हैं, उनके लिए एडवाइजरी जारी की है। इसी को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने जिला के नागरिक अस्पतालों सहित अन्य डाक्टरों को एडवाइजरी जारी की है।
ऐसे विदेशों से आने वाले लोगों, खासकर उन देशों से जहां पर यह बीमारी फैल रही है, को सलाह दी गई है वे अपने परिवार में 21 दिनों तक अलग रहें। यदि लक्षण दिखाई देते हैं, तो स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें,ताकि उनका उपचार किया जा सके।
इस तरह से रहेगी नजर
जिला स्वास्थ्य विभाग की मानें, तो कांगो क्षेत्र सहित पश्चिम अफ्रीकन देशों से अंबाला आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है। हालांकि कई अन्य देश ऐसे हैं, जहां पर मंकी पाक्स के मामले सामने आए हैं, जबकि इन देशों से अंबाला आने वाले लोगों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। विभाग का मानना है कि अभी इससे अंबाला में कोई खतरा नहीं है, लेकिन फिर भी जिला के नागरिक अस्पतालों को अलर्ट किया गया है। इसके अलावा जिला के सभी डाक्टरों को भी एडवाइजरी जारी की गई है ताकि वे ऐसे मरीजों को लेकर अलर्ट रहें।
पांच से 21 दिनों में आते हैं लक्षण सामने
मंकी पाक्स बीमारी से यदि कोई प्रभावित होता है, तो पांच से इक्कीस दिनों के इसके लक्षण सामने आ जाते हैं। जो लोग विदेश से आ रहे हैं वे इस समय अवधि के बीच अपने परिवार के अन्य सदस्यों से अलग रहें है। यदि किसी को बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, कंपकपी छूटना, थकान, सूजन और बड़े दाने हैं, तो यह मंकी पाक्स के लक्षण हो सकते हैं। यदि ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत चिकित्सक को चेक करवाएं ताकि इसका उपचार किया जा सके।
सरकारी अस्पतालों में एडवाइजरी जारी
मंकी पाक्स को लेकर सरकारी अस्पतालों में एडवाइजरी जारी कर दी है। विदेश से अंबाला आने वालों पर नजर रखी जा रही है। लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि यदि इस बीमारी से संबंधित कोई लक्षण दिखाई देता है, तो तुरंत सरकारी अस्पताल में आकर चेक करवाएं।
- डा. कुलदीप सिंह, सिविल सर्जन अंबाला।