बंद कमरे में विधायक सौंप रहे थे विकास की जिम्मेदारी, बाहर से आया तबादले का फरमान Panipat News
विधायक महीपाल ढांडा ने विकास कार्यों को लेकर निगम अधिकारियों व पार्षदों की बैठक ली। वहीं सिविल विंग में एसई एक एक्सईएन और जेई का तबादला हुआ।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा ने सोमवार को रेस्ट हाउस में नगर निगम अधिकारियों व ग्रामीण हलके से संबंधित निगम पार्षदों की बैठक ली। रेस्ट हाउस में करीब 5 घंटे तक चली मैराथन बैठक में पार्षदों के प्रस्तावित कार्यों को मौके पर ही मंजूर कराया। बैठक में करीब 23 करोड़ के 91 काम मंजूर कराए। विधायक अंदर बैठक ले रहे थे और बाहर अधिकारियों के तबादले हो रहे थे। पानीपत निगम से सिविल इंजीनियरिंग विंग एसई रमेश कुमार, एक्सईएन उमर फारुख और जेई मनोज कुमार का तबादला हो गया।
विधायक महीपाल ढांडा ने कहा कि पानीपत ग्रामीण हलके के तहत आने वाले निगम के वार्डों में विकास कार्यों की कोई कमी नहीं रहने देंगे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पार्षदों के प्रस्तावों को अधिकारी गंभीरता के साथ लें। काम में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। ग्रांट संबंधित कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। इस मौके पर पार्षद विजय जैन, अनिल बजाज, अशोक कटारिया, संजीव दहिया, अतर सिंह रावल, रविंद्र, शिवकुमार शर्मा, रविंद्र नागपाल, पवन गोगलिया, शकुंतला गर्ग, अनिता परुथी, सतीश सैनी, पूर्व पार्षद रामकुमार सैनी, पूर्व पार्षद हरीश शर्मा, पार्षद पति राजपाल हरिनगर मौजूद रहे। वहीं निगम कमिश्नर ओमप्रकाश, एसई रमेश कुमार बागड़ी, एक्सईएन राहुल पुनिया, उमर फारूख व प्रदीप कल्याण, एमई अजीत गर्ग व जगबीर मलिक मौजूद रहे।
एसई का यमुनानगर और एक्सईएन का पंचकूला तबादला
शहरी स्थानीय निकाय विभाग सोमवार को अधिकारियों के बड़े स्तर पर तबादले किए। एसई रमेश कुमार बागड़ी का पानीपत से यमुनानगर तबादला कर दिया। वे यमुनानगर से ही पानीपत आए थे। उनके स्थान पर यमुनानगर से महीपाल पानीपत आए हैं। एक्सईएन उमर फारुख का पंचकूला निगम कार्यालय और जेई मनोज कुमार का सिरसा तबादला किया है। फायर अधिकारी रामदत्त भारद्वाज का पानी से फरीदाबाद तबादला हुआ है। उनकी जगह फरीदाबाद से राजेंद्र ङ्क्षसह पानीपत आए हैं। शाहबाद में एमई कुलभूषण पानीपत और कैथल में ईओ अशोक पानीपत में आए हैं।
सिविल विंग में इंजीनियरों की कमी
नगर निगम में 13 जेई और चार एमई की जरूरत है। यहां अब दो जेई ही रह गए हैं। एक एमई के आने पर इनकी संख्या तीन हुई है। एक्सईएन पूरे तीन रह गए हैं। यहां पर एक एक्सईएन अतिरिक्त था। बिल्डिंग इंस्पेक्टर चार की जरूरत है। जबकि एक बिल्डिंग इंस्पेक्टर था। वह भी गत दिनों से सस्पेंड चल रहा है। निगम के नाम्र्स में 13 सुपरवाइजर की जरूरत है।
एक हजार मीटर के दायरे में भाजपा की दो बैठकें
निगम के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि निगम पार्षदों की दो बैठकें एक समय पर चलीं। निगम कार्यालय में स्ट्रीट लाइटों के घोटाले की रिपोर्ट रखने के लिए बैठक रखी गई। इसमें शहरी विधायक, मेयर अवनीत कौर और करीब 14 पार्षद मौजूद रहे। दूसरी बैठक पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में ग्रामीण विधायक महीपाल ढांडा ने बैठक ली। इसमें कमिश्नर, एसई, एक्सईएन और तकनीकी विंग के साथ-साथ 13 पार्षद मौजूद रहे। कुछ पार्षदों ने बताया कि एक हजार मीटर के दायरे में एक ही समय में दो बैठकें होने पर वह असमंजस में रहे। कुछ ने यह भी बताया कि चूंकि घोटाला उजागर होना था, इसलिए कई ने उस बैठक से दूरी बना ली।