आरटीए कार्यालय में विधायक दौरे के बाद भी ज्यों की त्यों कतार
रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) कार्यालय में विधायक महिपाल ढांडा के दौरे के बाद भी कार्यप्रणाली में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। वीरवार को फिर से आरटीए कार्यालय में लगभग सभी खिड़कियों पर वाहन मालिकों की कतार लगी दिखाई दी।
जागरण संवाददाता, पानीपत: रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (आरटीए) कार्यालय में विधायक महिपाल ढांडा के दौरे के बाद भी कार्यप्रणाली में कोई खास फर्क नहीं पड़ा। वीरवार को फिर से आरटीए कार्यालय में लगभग सभी खिड़कियों पर वाहन मालिकों की कतार लगी दिखाई दी। कागजात नहीं बनने से परेशान ट्रांसपोर्टर एक से दूसरी खिड़की पर चक्कर काटते दिखाई दिए। वहीं ट्रेनिग लेकर लाइसेंस बनवाने आए युवाओं की वजह से भीड़ और भी बढ़ गई।
ट्रांसपोर्टर रमेश, सूरज, काला, संदीप, राममेहर ने बताया कि सुबह 10 बजे कार्यालय पहुंचे तो सभी खिड़कियों के सामने लोगों की कतार लगी हुई थी। परमिट की रसीद कटवाने के लिए कतार में लगे, तो लगभग एक घंटे बाद नंबर आया। नए आपरेटर बहुत ही धीमी गति से काम कर रहे हैं। भीड़ हंगामा करती है तो सेक्रेटरी पुराने आपरेटरों को काम पर लगा देते हैं, जिससे थोड़ी राहत मिलती है। चार दिन से काट रहा चक्कर
शक्ति विहार निवासी बबलू शर्मा ने बताया कि वह चार दिनों से डुप्लीकेट परमिट बनवाने के लिए कार्यालय के चक्कर काट रहा है। रसीद कटवाने के बाद कर्मचारी डुप्लीकेट परमिट बनाने बारे जानकारी नहीं होने की बात कहने लगे। पुराने आपरेटरों के आने पर परमिट बनाने के लिए कहते है। 15 दिनों में नहीं ट्रांसफर हुआ परमिट
सींक गांव के सलीम ने बताया कि उन्होंने लगभग चार माह पहले एक कैंटर खरीदा था। इसका परमिट अपने नाम ट्रांसफर कराने के लिए लगभग 15 दिनों से कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। रसीद कटवा कर फाइल तो जमा करा ली, लेकिन आज तक भी परमिट नहीं मिला। रोजाना हजारों रुपये का नुकसान हो रहा है।