दुष्कर्म पीडि़ता को नहीं मिला इंसाफ, कानून की चौखट पर निगला जहर, मौत Panipat News
यमुनानगर में दुष्कर्म पीडि़ता ने थाने में जहरीला पदार्थ निगल लिया। पीडि़ता से ढाई माह तक आरोपित शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा था।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। दुष्कर्म पीड़िता ने थाना जठलाना में जहरीला पदार्थ निगल लिया। 22 वर्षीय पीड़िता की हालत खराब होने पर थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों में भगदड़ मच गई। परिजन युवती को बाइक पर ही अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई। युवती की मौत की खबर फैलते ही क्षेत्र के लोग प्रदर्शन करने लगे। डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष ने लोगों को शांत कर उनसे शिकायत मांगी।
जठलाना थाना क्षेत्र के गांव के व्यक्ति ने बताया कि पड़ोस के गांव का ही युवक 10 मई 2019 को उसकी भतीजी को शादी का झांसा देकर भगा ले गया था। युवती का आरोप था कि युवक हिमाचल प्रदेश के बद्दी, लखनऊ और अन्य जगहों पर ले गया। जहां पर शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। वह जब भी उसे शादी के लिए कहती तो वह हर बार टालमटोल करने लगता।
गांव के पास छोड़ फरार हो गया था युवक
25 जुलाई को युवक उसे गांव के पास छोड़ कर फरार हो गया। पीडि़ता ने घर जाकर सारी बात परिजनों को बताई। पहले तो बदनामी के डर से वह चुप रहे, लेकिन 13 अगस्त को पीडि़ता ने एसपी को शिकायत दी।
एसपी ने थाना जठलाना को मार्क की शिकायत
एसपी ने शिकायत को थाना जठलाना एसएचओ के नाम मार्क कर दिया था। पीडि़ता के चाचा का आरोप है कि पुलिस ने आरोपित के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। वे कई बार एसएचओ को थाने में जाकर मिले, लेकिन हर बार उन्हें थाने से चलता कर दिया।
बयान दर्ज किए, कार्रवाई नहीं की
उन्हें सोमवार शाम को थाने में बयान दर्ज करवाने के लिए बुलाया था। पुलिस ने उसके बयान तो दर्ज किए, लेकिन आरोपित पर कुछ भी कार्रवाई नहीं की। इससे आहत होकर थाने के अंदर ही भतीजी कीटनाशक पी लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई।
पुलिसकर्मी ने शीशी छीन ली थी : चंद्रपाल
थाना जठलाना के कार्यवाहक प्रभारी सब इंस्पेक्टर चंद्रपाल का कहना है कि एसपी से मार्क होने के बाद शिकायत थाने में आई थी। इसी संबंध में युवती को बयान दर्ज करने के लिए बुलाया था। युवती ने जहरीला पदार्थ पीने की कोशिश की तो मुलाजिम ने समय रहते शीशी को छीन लिया था। इसके बाद परिजन उसे यहां से लेकर चले गए।
दो पुलिस कर्मी निलंबित, सात लोगों पर केस दर्ज, महिला समेत तीन गिरफ्तार
रात को ही कार्यवाहक थाना प्रभारी एसआइ चंद्रपाल व मुंशी निर्मल को निलंबित कर दिया। इसके अलावा दुष्कर्म के आरोपित समेत सात लोगों पर केस दर्ज किया। पुलिस आरोपित मनोज, प्रद्युम्न व संजू को गिरफ्तार कर लिया है। इसके बाद ही हंगामा शांत हुआ।
देह व्यापार में धकेलना चाहते थे
आरोप है कि वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 26 को आरोपितों ने युवती के कोर्ट में बयान कराए। इस दौरान एसआइ चंद्रपाल व निर्मल भी थे। बाद में युवती ने परिजनों को इस बारे में बताया। आरोप है कि कोर्ट से भी युवती को घर नहीं भेजा और संजू उर्फ परमजीत कौर के घर पर रखा। उस पर देह व्यापार कराने का दबाव बनाया। सात अगस्त को युवती किसी तरह से मौका पाकर वहां से भाग निकली और घर पहुंची।