Move to Jagran APP

हरियाणा में कुपोषण से जंग, इन केंद्रों में मिलेगा फोर्टिफाइड चावल, 20 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्‍य

हरियाणा के मिड डे मील राशन डिपो और आंगनबाड़ी केंद्रों को फोर्टिफाइड चावल दिया जाएगा। हरियाणा में कुपोषण से जंग के लिए ये फैसला लिया गया है। हरियाणा में करीब 20 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्‍य रखा गया है।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 13 Oct 2021 04:12 PM (IST)Updated: Wed, 13 Oct 2021 04:12 PM (IST)
मिड डे मील, राशन डिपो और आंगनबाड़ी केंद्रों को मिलेगा फोर्टिफाइड चावल।

कुरुक्षेत्र, [जगमहेंद्र सरोहा]। मिड डे मील, राशन डिपो और आंगनबाड़ी में अब फोर्टिफाइड राइस यानी पोषणयुक्त चावल दिया जाएगा। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) ने पिछले साल पायलट प्रोजेक्ट में शामिल फोर्टिफाइड चावल को इस बार पूरी तरह से अपनाने का फैसला लिया है। इस बार प्रदेश में 20 लाख और देश में 200 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल तैयार किया जाएगा। यह पिछले साल से दस गुना अधिक होगा। एफसीआइ का मानना है कि फोर्टिफाइड चावल खाने से व्यक्ति में आयरन की कमी दूर होती है।

loksabha election banner

एनीमिया लगातार बढ़ रहा है। कई जगह हर दूसरी महिला और चौथा बच्चा एनीमिया से ग्रस्त है। विशेषज्ञों की माने तो काफी लोगों को जरूरी पोषक तत्वों का 50 फीसदी भी नहीं मिल पाता। ऐसे में उनकी संख्या बढ़ती जा रही है। बच्चों में भी कुपोषण की शिकायत लगातार बढ़ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गरीबों को फोर्टिफाइड चावल देने की बात कही थी। यह मिड डे मील, राशन डिपो और आंगनबाड़ी केंद्रों पर दिया जाना है। सरकार ने इस प्रदेश में 60 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का फैसला लिया है। इसमें 40 लाख मीट्रिक टन चावल निकलने का अनुमान है। इसमें से 20 लाख मीट्रिक टन फोर्टिफाइड चावल तैयार किया जाएगा।

यह है फोर्टिफाइड चावल

एफसीआइ के सहायक महाप्रबंधक (गुण नियंत्रक) डा. ओमप्रकाश ने बताया कि फोर्टिफाइड राइस का मतलब है, पोषणयुक्त चावल। इसमें आयरन, विटामिन बी-12, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व कृत्रिम रूप में तैयार किए जाते हैं। ऐसे में इसकी न्यूट्रीशनल वैल्यू भी काफी ज्यादा होती है। यह चावल खाने वाले व्यक्ति को कुपोषण नहीं होता। साधारण समुद्री नमक में आयोडीन मिलाकर उसे आयोडाइज्ड बनाया जाता है, चावल को फोर्टिफाइड बनाना जाएगा।

मिल में तैयार होगा फोर्टिफाइड चावल

एफसीआइ धान की खरीद कर हर बार प्राइवेट मिलों से इसकी मीलिंग करवाता है। इसी चावल में करीब एक फीसद फोर्टिफाइड चावल मिक्स किया जाएगा। यह चावल को मिल में ब्लैडिंग मशीनों में तैयार किया जाएगा। इसका सारा खर्च पहले मिल मालिक करेंगे। एफसीआइ उनको मीलिंग के साथ पेमेंट करेगा।

मिलर को मीलिंग के दौरान एक फीसद फोर्टिफाइड चावल के दाने एक फीसद मिलाने होंगे। इसके बाद तय मानक के अनुरूप एफसीआइ को देना होगा। मिलर को फोर्टिफाइड चावल के दाने हरियाणा सरकार की सूचीबद्ध या लाइसेंसधारी विक्रेताओं से ही खरीदना होगा।

कुमार अभिषेक, डीएम, एफसीआइ, कुरुक्षेत्र


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.