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फर्जी हस्ताक्षर कर साथी के नाम करा दी कार, एसपी ने कार्रवाई नहीं की, गृहमंत्री से शिकायत पर हुआ केस दर्ज

करनाल में फर्जी हस्ताक्षर कर साथी के नाम गाड़ी करवाने का मामला सामने आया है। जिसमें मामले की शिकायत पर एसपी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद गृहमंत्री से शिकायत की तो आरोपितों पर मामला दर्ज किया गया।

By JagranEdited By: Naveen DalalPublished: Wed, 28 Sep 2022 03:31 PM (IST)Updated: Wed, 28 Sep 2022 03:31 PM (IST)
फर्जी हस्ताक्षर कर साथी के नाम करा दी कार, एसपी ने कार्रवाई नहीं की, गृहमंत्री से शिकायत पर हुआ केस दर्ज
करनाल का फर्जी हस्ताक्षर का मामला गृहमंत्री तक पहुंचा।

करनाल, जागरण संवाददाता। करनाल में ड्राविंग लाइसेंस और वाहनों का रजिस्ट्रेशन कराने वाले दलाल ने अपने परिचित की कार ही अपने साथी के नाम करा दी। पीड़ित ने मामले की शिकायत करनाल एसपी से की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। पीड़ित मामले को लेकर गृह मंत्री अनिल विज के पास पहुंचा तो अब गृह मंत्री के आदेश पर दलाल और उसके साथी के खिलाफ सेक्टर 32-33 थाना पुलिस ने केस दर्ज किया है।

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आरके पुरम निवासी नरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने दलाल नरेंद्र सिंह कालोनी निवासी प्रवीण कुमार के माध्यम से अपनी पत्नी और बच्चों के ड्रांविंग लाइसेंस बनवाए थे। जिस कारण उनकी जान-पहचान हो गई। प्रवीण गाड़ियों के रिजस्ट्रेशन ट्रांसफर का भी काम करता है। उन्होंने दिल्ली के मल्हाेत्रा मोटर्स से जनवरी 2021 को एक कार खरीदी थी। जिसका डिलिवरी लेटर व उनके नाम से ट्रांसफर किट उन्हें मिली। उन्होंने कार को उनके नाम कराने के लिए सभी दस्तावेज प्रवीण कुमार को दे दिये। 

परिवार ने को घुमाने के लिए मांगी गाड़ी

जुलाई महीने में प्रवीण ने परिवार को घूमाने ले जाने के लिए 15 दिन को उनकी गाड़ी मांगी। 12 दिन बाद उन्होंने गाड़ी पहुंचाने के लिए फोन किया तो प्रवीण ने कहा कि उनकी कार साथी संजय राणा को पसंद है और वह उन्हें कार की कीमत दिला देगा। काफी दिन बाद भी जब प्रवीण ने न तो कार लौटाई और न ही कार की कीमत दी। उन्होंने कई बार उससे मांग की, लेकिन वह टरकाता रहा। उन्होंने कार के कागज आनलाइन चैक किये तो कार गांव कुंजपुरा निवासी संजय राणा के नाम मिली।

पीड़ित ने बताया कि उन्होंने कार को संजय राणा के नाम करने के लिए किसी भी कागज पर हस्ताक्षर नहीं किए है। दलाल प्रवीण ने उनके व कार डीलर के फर्जी हस्ताक्षर करके कार को संजय राणा के नाम कर दिया। जब उन्होंने इस बारे में प्रवीण से पूछा तो वह कार और रुपयों को भूल जाने की बात कहने लगा। दोबारा कार या रुपये मांगने पर जान से मारने की धमकी दी है।

मार्च में एसपी से की शिकायत, नहीं हुई कार्रवाई

नरेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत 31 मार्च को एसपी करनाल से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई तो दूर आरोपितों के खिलाफ केस तक दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने दावा किया कि आरोपितों की पुलिस महकमे में काफी जान पहचान है। इसके बाद उन्होंने गृह मंत्री अनिल विज से मिलकर मामले की शिकायत की। जिसके बाद मंगलवार को सेक्टर 32-33 थाना पुलिस ने प्रवीण कुमार और संजय राणा के खिलाफ केस दर्ज किया है।


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