हॉट सीट बनी पानीपत शहरी विधानसभा, उद्योग और कारोबार के महारथियों में सत्तासंग्राम Panipat News
पानीपत शहरी विस क्षेत्र में शहर के बड़े निर्यातक भाजपा प्रत्याशी प्रमोद विज और उद्यमी कांग्रेस उम्मीदवार संजय अग्रवाल आमने-सामने हैं।
पानीपत, [महावीर गोयल]। शहरी विधानसभा सीट जिले की हॉट सीट है। इस बार के सत्तासंग्राम में यहां उद्योग और कारोबार के दो महारथी आमने-सामने हैं। मुकाबला दिलचस्प बन गया है। इसमें दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं के साथ शहर के उद्यमी भी ज्यादा भागीदारी दिखा रहे हैं। भाजपा ने हैंडलूम निर्यातक प्रमोद विज और कांग्रेस ने धागा उद्यमी संजय अग्रवाल को चुनावी रण में उतारा है। दोनों ही पहली बार भाग्य आजमा रहे हैं।
प्रमोद विज 40 वर्षों से हैंडलूम उत्पादों का निर्यात कर रहे हैं। विज का संबंध राजनीतिक घराने से है। प्रमोद विज के पिता फतहेचंद विज 1962 में जनसंघ से विधायक बने थे। वर्ष 1987 तक वे चार बार जनता पार्टी व भाजपा के विधायक रहे। कांग्रेस प्रत्याशी संजय अग्रवाल 1992-93 में सरड़ा (जींद) गांव से यहां आए थे। यार्न (धागा) का काम शुरू किया। वर्तमान में यार्न बनाने की फैक्ट्री लगा रखी है। निर्यातक पालीवाल ग्रुप के साझेदारी में पालीवाल फाइबर और उनका अपनी अग्रवाल फाइबर यूनिट चल रही है। धागे का निर्यात भी कर रहे हैं। उद्योग जगत से प्रत्याशी होने से व्यापारियों और कारोबारियों की उम्मीदें भी बढ़ गई हैं।
विज का राजनीतिक सफर
प्रमोद विज वर्ष 2016 में भाजपा के जिलाध्यक्ष बनाए गए। उनके कार्यकाल में नगर निगम व लोकसभा का चुनाव हुआ। भाजपा प्रत्याशी संजय भाटिया रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीत सांसद बने। नगर निगम में 26 में से 22 पार्षद भाजपा के जीते। इन्होंने संगठन को मजबूती दी। मुख्यमंत्री के खासमखास माने जाते हैं। शहरी सीट पर पहली बार महिला विधायक का गौरव हासिल करने वाली रोहिता रेवड़ी का टिकट काटकर इन्हें मैदान में उतारा गया है।
संजय अग्रवाल एक साल से सक्रिय
कांग्रेस प्रत्याशी संजय अग्रवाल एक साल से राजनीति में सक्रिय हैं। कांग्रेस व्यापार सेल के प्रदेशाध्यक्ष पद पर रहे हैं। चाचा रोशनलाल गुप्ता 35 वर्षों से हरियाणा व्यापार मंडल के चेयरमैन हैं। पिता जगदीश अग्रवाल यार्न डीलर एसोसिएशन के सचिव और गोशाला सोसाइटी के उप प्रधान रहे हैं। संजय अग्रवाल छात्र राजनीति में हिस्सा लेते रहे हैं। पहले यह अशोक तंवर गुट से थे। बताया जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने इनके टिकट की पैरवी की।
मतदाता करेंगे भाग्य का फैसला
शहरी विधानसभा क्षेत्र में 218255 मतदाता है। जिनमें पुरुष वोटर 1,16529 हैं। महिला मतदाताओं की संख्या 1,01,729 है। पांच ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। वर्ष 2014 के चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 13000 नए मतदाता जुड़े हैं। शहरी विधानसभा में 10 वार्ड हैंै। 193 बूथों पर वोट डाले जाएंगे।
यहां पुरुषों का रहा वर्चस्व, एक बार जीतीं महिला
पानीपत विधानसभा सीट पर 1962 से 2014 तक पुरुष जीतकर विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2014 में पहली बार रोहिता रेवड़ी महिला विधायक चुनी गईं थी। इस बार किसी भी पार्टी ने महिला को टिकट नहीं दिया। पानीपत विधानसभा सीट से फतेहचंद विज चार बार विधायक बने थे। पांच बार बलबीर पाल शाह विधायक रहे। एक-एक बार ओमप्रकाश जैन व रोहिता रेवड़ी इस सीट पर विधायक रहीं।
परिसीमन में अलग-अलग हुए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र
वर्ष 2009 के चुनाव में शहरी और ग्रामीण अलग-अलग सीटें बनीं। तब जिले में विस क्षेत्रों की संख्या तीन से बढ़कर चार हो गई। शहर का कुछ क्षेत्र ग्रामीण सीट में जोड़ा गया था। पहले इसमें शहर से सटे कुछ गांव शामिल थे।
- इस प्रकार रहे पानीपत के विधायक
- 1962 में फतेहचंद विज
- 1967 में फतेहचंद विज
- 1972 में हुकुमत शाह
- 1977 में फतेहचंद विज
- 1982 में फतेहचंद विज
- 1987 में बलबीर पाल शाह
- 1991 में बलबीर पाल शाह
- 1996 में ओमप्रकाश जैन
- 2000 में बलबीर पाल शाह
- 2004 में बलबीर पाल शाह
- 2009 में बलबीर पाल शाह
- 2014 में रोहिता रेवड़ी
- ये भी जानें
- यहां पुरुषों का रहा वर्चस्व, सिर्फ रोहिता रेवड़ी बनी महिला विधायक
- प्रमोद विज के पिता चार बार रह चुके एमएलए
- 40 वर्षों से प्रमोद विज कर रहे निर्यात का कारोबार
- 02 लाखर 18 हजार 255 मतदाता 21 को करेंगे फैसला
- 01 लाख 16 हजार 529 पुरुष मतदाता
- 01 लाख एक हजार 729 महिला मतदाता
- 193 बूथों पर डाले जाएंगे वोट
- 13 हजार नए मतदाता पहली बार डालेंगे वोट