चौदह की उम्र में विवाह, ससुराल जाने का दबाव बना तो निगला जहर
आटा-साटा कुप्रथा में फुफेरे भाई के साले से नाबालिग बेटी की शादी कर दी थी। जब बेटी ससुराल गई तो पति पसंद नहीं आया। अब उसने जहर निगलकर जान दे दी।
पानीपत, [राज सिंह]। नौ साल पहले किशोर उम्र में हुए विवाह को युवती ने नकार दिया। मायके वालों ने ससुराल जाने का दबाव बनाया तो उसने जहर (मच्छर भगाने का लिक्विड) पी लिया। वह अस्पताल में भर्ती है। मामला पानीपत के गांव लोहारी का है।
युवती ने बताया कि वे जींद के रहने वाले हैं। जब दो वर्ष की थी, तब परिवार ने उसे पानीपत के लोहारी गांव में फूफा को सौंप दिया था। करीब नौ वर्ष पहले उसकी शादी 14 वर्ष की उम्र में आटा-साटा (बदले में विवाह) कुप्रथा के तहत अलूपुर में फुफेरे भाई के साले से कर दी थी। 15 अप्रैल, 2019 को उसका गौना कर ससुराल भेज दिया गया। वह एक सप्ताह वहां रही। आने के बाद उसने फूफा और भाईयों को बताया कि पति उसे पसंद नहीं है। वह ससुराल नहीं जाएगी। उसे दोबारा ससुराल भेजने की तैयारी थी। उसने मच्छर मारने की दवा का घूंट भर लिया।
और परिवार गिड़गिड़ाया
आटा-साटा विवाह की वजह से दोनों परिवार मुसीबत में फंस गए हैं। युवती के परिवार के सदस्य ने रजनी गुप्ता के सामने हाथ जोड़े और गिड़गिड़ाया। उसने कहा कि आटा-साटा के तहत विवाह हुआ है। युवती ससुराल नहीं गई तो उसका पति अपनी बहन को ले जाएगा। भाई के दो बच्चे हैं, फिर उन्हें कौन संभालेगा।
युवती की सेहत में सुधार है। ससुराल जाने या नहीं जाने का निर्णय उसी को लेना है। उसकी पूरी तरह से सहायता की जाएगी। यह बाल विवाह का मामला भी बनता है।
रजनी गुप्ता, जिला महिला संरक्षण एवं बाल विवाह निषेध अधिकारी, पानीपत।
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