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भगवान जगन्‍नाथ के सिंहासन की सबसे ऊंची बोली, आप भी देखें नजारें Panipat news

125वें रथयात्रा महोत्सव के छठे दिन भगवान जगन्नाथ भाई बलराम व लाडली बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले। रथ यात्रा में डोर खींचने वालों की होड़ लगी।

By Edited By: Published: Fri, 05 Jul 2019 08:15 AM (IST)Updated: Fri, 05 Jul 2019 12:05 PM (IST)
भगवान जगन्‍नाथ के सिंहासन की सबसे ऊंची बोली, आप भी देखें नजारें Panipat news

पानीपत, जेएनएन। जगन्नाथ मंदिर में 125वें रथयात्रा महोत्सव के छठे दिन भगवान जगन्नाथ, भाई बलराम व लाडली बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकले। रथ यात्रा में डोर खींचने वालों की होड़ लगी रही। हजारों लोगों ने इस यात्रा में भाग लिया। बाजारों में जगह-जगह स्वागत किया गया। आषाढ़ शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकलती है। 

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पुरी (ओडिशा) की तर्ज पानीपत में 125 वर्षों से इस रथयात्रा का आयोजन किया जाता है। सुबह से लेकर शाम 4 बजे तक बारिश होने से ठंडे मौसम में भक्तों का उत्साह दोगुना हो गया। प्रसाद रूपी भगवान का भात तैयार होने लगा। सुबह से ही श्रद्धालु मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आने लगे। मुख्य अतिथि सुनील गुप्ता (मेट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट तीस हजारी दिल्ली) विधायक रोहिता रेवड़ी, सुरेंद्र रेवड़ी, उद्यमी जगदीश जैन व सुशील गुप्ता ने जगन्नाथ भगवान की पूजा अर्चना की। 

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श्रीकृष्‍ण को झुलाया। 
झूले पर भगवान को झुलाया
आनंद स्वामी मुक्तानंद ने कहा कि श्रीमद्भागवत के मूल वक्ता शुकदेव निर्गुण निराकार से सगुण-साकार श्रीकृष्ण के भक्त बन गए। ऋषि मुनियों ने सूत जी से पूछा कि शुकदेव तो प्रत्येक वस्तु व्यक्ति की उपेक्षा करके मुक्त अवस्था को प्राप्त करते थे तो उन्होंने श्रीकृष्ण भक्ति क्यों स्वीकार की। तब सूतजी ने बताया कि कृष्ण के दिव्य गुण, रूप, नाम और लीलाएं मायातीता और चिन्मय है। उनमें लोकातीत परम आकर्षण है। जो श्रीकृष्ण की लीला, दिव्य नाम, रुप, गुण में आकर्षित होकर उनकी भक्ति में लीन हो जाते हैं उन्हें अद्वितीय आनंद प्राप्त होता है। 

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सिंहासन और रथ खींचने की बोली लगी 
भगवान जगन्नाथ को सिंहासन पर विराजमान कराने, चंवर डोलाने, रथ को खींचने व घोड़ियों की प्राचीन परम्परा के अनुसार बोलियां लगीं। सिंहासन की बोली 91 हजार रुपये सबसे अधिकतम जेके स्वीटस ने दी। चंवर की बोली नारायण दास कंसल ने 25 हजार की दी। रथ की खींचने की बोली 11 हजार राजेंद्र गुप्ता प्रधान, 11 हजार नारायण दास, नरेश बंसल, 11 हजार शंकर गुप्ता व 9100 रुपये बुद्धराम गुप्ता ने दी। 

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ढोल नगाड़े, नपीरी ताशे 
रथ यात्रा में ढोल नगाड़े, बैग बाइपर बैंड, नपीरी ताशे, भगवान गणेश, मां दुर्गा, शंकर भगवान, बांके बिहारी, तिरुपति बालाजी व लड्ड़ू गोपाल की झांकियां विशेष रूप से शामिल की गई। झांकियां मुज्जफरनगर, सोनीपत से मंगवाई गई थी। दिल्ली सहित सहारनपुर, मीरापुर, मोहाली पंजाब व पानीपत के बैंड यात्रा में शामिल रहे। जगन्नाथ मंदिर संकीर्तन मंडल ने पूरे यात्रा में देवीमंदिर तक भजनों की प्रस्तुति दी। नाचते गाते श्रद्धालु यात्रा में में चले। रथ यात्रा पर पुष्प वर्षा हुई। 

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आरती करतीं भाजपा महिला मोर्चा की जिला अध्‍यक्ष अर्चना गुप्‍ता। 
90 विस सीट जीतने का दावा 
करनाल से सांसद बने संजय भाटिया को कार्यक्रम में पहुंचना था। शहर से बाहर होने से उनकी पत्नी अंजू भाटिया जगन्नाथ महोत्सव में पहुंची। उन्होंने मतदाताओं का आभार जताया। एक बार फिर मनमोहन सरकार का नारा लगवाया। जिला भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष अर्चना गुप्ता ने इस बार 90-90 विधानसभा सीट मिलने का दावा किया।

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सबझूमकर नाचे 
पूर्व मेयर भूपेंद्र सिांह यात्रा में शामिल हुए। उन्होंने निगम के सफाई कर्मचारियों को बुलाकर यात्रा के दौरान सफाई करवाई। कार्यक्रम में मुख्य रूप से मौजूद रहे इस अवसर पर दलीप गुप्ता, कन्हैया गुप्ता, भूषण, प्रदीप तायल, सुबोध, सुधीर ¨जदल, नीरज कंसल, शशिकांत मित्तल, हुकम चंद ठेकेदार, नरेश वर्मा, जयपाल कंसल, हितेंद्र, दीपक गोयल, अशोक कैलासी, टोनी गुप्ता मौजूद रहे।


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