बेटे की तलाश में एक साल से घूम रहा है पिता, शहर-शहर लगा रहा है पोस्टर
पुलिस लापता युवकों को नहीं ढूढ पाई।
जागरण संवाददाता, पानीपत: राजीव कॉलोनी से ढाई साल के बच्चे सागर को तो उत्तर प्रदेश की सहारनपुर पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से मुक्त करा लिया है लेकिन कई माता-पिता इतने खुशनसीब नहीं हैं। उनके अपहृत बच्चों को पुलिस ढूंढ़ पाई है। सेक्टर 24 की झुग्गी से तीन साल पहले दो नाबालिग बहनों का अपहरण कर लिया गया। पुलिस को किडनैपरों के नाम भी दिए लेकिन आरोपित गिरफ्त से दूर हैं। इसी तरह से जाटल रोड आरकेपुरम के एक पिता अपने बेटे की तलाश में राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ सहित प्रदेशों में एक साल से घूम रहे हैं। बेटा नहीं मिला। पुलिस भी सहयोग नहीं कर रही है। सीएम ¨वडो से लेकर डीजीपी को दी शिकायत बेटे को नहीं ढूंढ़ रही है पुलिस : सुभाष
आरके पुरम कॉलोनी के सुभाष ने बताया कि उसका छोटा बेटा दीपक 11 वीं का छात्र है। 29 जून, 2017 की रात आठ बजे दीपक घर से बाहर गया था। इसके बाद से घर नहीं लौटा। बेटे के पास रुपये व मोबाइल फोन नहीं था। 30 जुलाई को उसने मॉडल टाउन थाने में बेटे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। इसके अलावा उसने दो बार सीएम ¨वडो, एसपी, आइजी और डीजीपी को शिकायत देकर बेटे का सुराग लगाने की गुहार लगाई। दो बार जांच सीआइए-2 को जांच सौंपी गई। डीएसपी के नेतृत्व में एसआइटी भी बनाई लेकिन पुलिस ने उसके बेटे को नहीं ढूंढ़ा। वह एक साल से बेटे की तलाश में रोहतक, शिमला, मेरठ, चंडीगढ़, अलवर, अमृतसर और लुधियाना में पोस्टर लगा रहा है। अब इस मामले की शिकायत 27 जुलाई को कष्ट निवारण समिति में चेयरमैन अनिल विज से करेंगे। युवक का शव मिलते ही नहर की तरफ दौड़ पड़ते हैं ऋषिपाल
नूरवाला के विजय नगर निवासी ऋषिपाल वर्मा नहर में लावारिस युवक के शव की जानकारी मिलते ही दौड़ पड़ते हैं। सोचते हैं कि कहीं उनका 21 वर्षीय बेटा आशु तो नहीं है। यह सिलसिला करीब तीन साल से चल रहा है। ऋषिपाल ने बताया कि 8 अगस्त 2015 को शाम 5:30 बजे आशु घर से 200 मीटर स्थित हरि ¨सह चौक पर घूमने के लिए निकला था। इसके बाद बेटा घर नहीं लौटा। देर शाम बेटे का मोबाइल फोन बंद हो गया। उसने बेटे की रोहतक, झज्जर और दिल्ली नहर में भी तलाश की। यमुना में भी ढूंढ़ा गया। बेटे की तलाश में उसके करीब पांच लाख रुपये खर्च हो चुके हैं। थाना शहर और सीआइए पुलिस भी बेटे का सुराग नहीं लगा पाई है।
तीन साल से दो नाबालिग बहनों का भेद नहीं
सेक्टर 24 में झोपड़ी से दो बहनों का अपहरण कर उन्हें उत्तर प्रदेश और दिल्ली के धौला कुआं में बेच दिया गया। इस मामले में आरोपित सेक्टर-12 निवासी कुसुम, सेक्टर-24 में झुग्गी में रहने वाली चुनिया, मुनिया उर्फ अनिता और हीना के खिलाफ थाना चांदनी बाग पुलिस ने मामला दर्ज कर रखा है। 4 जुलाई 2018 को सेक्टर-24 की झुग्गी में रहने वाली महिला ने तत्कालीन सीजेएम मोहित अग्रवाल को शिकायत दी कि तीन साल पहले वह और उसके पति काम पर गए थे। तभी उसकी दो नाबालिग बेटियों का अपहरण कर लिया गया। उसे पता चला कि कुसुम व अन्य महिलाओं के गिरोह ने उसकी बेटियों को बेच दिया है। पुलिस ने किशोरियों की तलाश में दिल्ली और उत्तर प्रदेश में छापामारी भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली। वर्जन :
डीएसपी मुख्यालय जगदीप दूहन ने बताया कि आरके पुरम कॉलोनी के दीपक के मामले में उसकी निगरानी में एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) गठित है। इस मामले से जुड़े हर पहलू की जांच की जा रही है। घटनास्थल के आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जाएगी।
शादाब और मोहसिन को प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी पुलिस
राजीव कॉलोनी से ढाई साल के सागर को पांच लाख रुपये में बेचने के लिए उसका अपहरण करने के आरोपित बबैल रोड के शादाब और बेरी वाली मस्जिद के पास रहने वाले मोहसिन फिलहाल उत्तर प्रदेश की सहारनपुर जेल में बंद हैं। थाना प्रभारी बलवान ¨सह ने बताया कि दोनों बदमाशों के प्रोडक्शन वारंट के लिए सोमवार को कोर्ट में अर्जी डाली जाएगी। इसके बाद दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी कि उनके गिरोह में कितने लोग शामिल हैं। उनके खिलाफ पहले कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं। किस दंपती को बच्चे को बेचा जाना था। निसंतान दंपती को बेचते बच्चा
मालूम हो कि शुक्रवार रात को शादाब और मोहसिन ने राजीव कॉलोनी से घर के बाहर खेल रहे सागर का बाइक से अपहरण कर लिया था। दोनों बदमाशों ने बच्चे को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में एक निसंतान दंपती को बेचना था। सागर को भूख लगी तो वह रोने लगा। दोनों बदमाश चौरा गांव के पास ढाबे पर बच्चे के लिए दूध लेने गए तो थाना ननौता पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों को जीप में बैठाने लगे तो पुलिस पर फाय¨रग कर दी। पुलिस ने शादाब और मोहसिन को गिरफ्तार कर बच्चे को उनके चंगुल से छुड़ाया। किला थाना पुलिस ने सागर के अपहरण का मामला दर्ज कर रखा है।