Panipat Coronavirus Update: करनाल में चार, अंबाला में आठ कोरोना पॉजिटिव, जींद में एक की मौत
कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। करनाल में चार और अंबाला में आठ कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं जींद में एक की मौत हो गई।
पानीपत/यमुनानगर, जेएनएन। कोरोना वायरस का कहर जारी है। बुधवार सुबह अंबाला में आठ और करनाल में चार कोरोना संक्रमित की पुष्टि हुई है। वहीं जींद में एक व्यापारी की मौत हो गई। वहीं कैथल में एक युवक कोरोना पॉजिटिव मिला है। जबकि यमुनानगर कोरोना मुक्त हो चुका है।
यमुनानगर जिला एक बार फिर कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया। दिल्ली से आत्मापुरी मायके में आई कोरोना संक्रमित महिला ने भी कोरोना को मात दी। उनकी रिपीट रिपोर्ट नेगेटिव आई। मंगलवार को उन्हें डिस्चार्ज कर सिविल अस्पताल के मैटरनिटी वार्ड में रखा गया है। सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि महिला 19 सप्ताह की गर्भवती है। उसकी रिपीट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर सिविल अस्पताल के वार्ड में रखा गया है। फिलहाल जिले में कोई भी कोरोना का एक्टिव केस नहीं है।
यह स्थिति जिले की
जिले से अब तक 3625 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। इनमें से 3511 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। नौ कोरोना संक्रमित केस आए थे। जो स्वस्थ हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी नियमित स्क्रीनिंग कर रही है। अब तक आशाओं ने दो लाख से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की है। मोबाइल टीमों ने करीब सवा लाख लोगों की स्क्रीनिंग की।
सबसे पहले जिले में शादीपुर व ममीदी गांव से तीन जमाती कोरोना संक्रमित मिले थे। बाद में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव मिलने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। उनका क्वारंटाइन पीरियड भी पूरा हो गया। इसके बाद सरोजनी कालोनी, दुर्गा गार्डन कालोनी, माड्र्रन कालोनी, कुटीपुर गांव व कालिंदी कालोनी में कोरोना संक्रमण के पांच केस मिले। इन सभी की रिपीट रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
इनमें से कालिंदी कालोनी को कंटेनमेंट जोन से मुक्त कर दिया गया है। अन्य का भी कंटेनमेंट जोन का समय लगभग पूरा होने वाला है। गत 25 मई को दिल्ली की परागढ़ी कालोनी से आत्मापुरी मायके में आई महिला की रिपोर्ट पॉजीटिव आई। इसके बाद आत्मापुरी कालोनी को सील कर दिया गया। महिला को भी कोविड अस्पताल में दाखिल कर लिया गया। करीब एक सप्ताह बाद रिपीट सैंपल भेजा गया, तो महिला की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
डाक्टरों ने दी हिम्मत, तो लड़ी कोरोना से
महिला ने बताया कि जब उसे कोरोना संक्रमण का पता लगा, तो वह काफी घबरा गई थी। उसे अपने होने वाले व तीन साल के बच्चे की चिंता सताने लगी, लेकिन डाक्टरों ने हिम्मत बढ़ाई। कोविड अस्पताल में उसे कोई दिक्कत नहीं आई। जिस वजह से वह कोरोना से जीत सकी है।