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Panipat Coronavirus Update: कोरोना संक्रमित मिलने पर स्‍क्रीनिंग तेज, 10 हजार लोगों की जांच

पानीपत के बापौली में लैब टेक्‍नीशियन के कोरोना संक्रमित होने पर 10 हजार लोगों की स्‍क्रीनिंग की गई।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Sat, 30 May 2020 09:00 AM (IST)Updated: Sat, 30 May 2020 09:00 AM (IST)
Panipat Coronavirus Update: कोरोना संक्रमित मिलने पर स्‍क्रीनिंग तेज, 10 हजार लोगों की जांच
Panipat Coronavirus Update: कोरोना संक्रमित मिलने पर स्‍क्रीनिंग तेज, 10 हजार लोगों की जांच

पानीपत, जेएनएन। पानीपत के गांव बापौली का पंच एवं प्राइवेट लैब का टेक्निशियन आंख की पुतली का इलाज कराने 19 मई को एम्स दिल्ली गया और कोरोना पॉजिटिव मिला था। डीसी धर्मेंद्र सिंह के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग ने कंटेनमेंट प्लान बनाकर 10 टीमें स्क्रीनिंग के लिए उतारी।

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बृहस्पतिवार की रात्रि से शुक्रवार तक 2013 घरों में दस्तक देकर 10 हजार 864 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। स्क्रीनिंग टीम का नेतृत्व कर रहीं बापौली पीएचसी की डा. रेमा गाहल्याण ने बताया कि स्क्रीनिंग के दौरान चार लोग ऐसे मिले हैं, जो विगत दिनों मुंबई से लौटे थे। एंबुलेंस के जरिए चारों को स्वाब सैंपल के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया। दिल्ली एम्स में कोरोना पॉजिटिव मिले लैब टेक्निशियन की पत्नी और पुत्र बृहस्पतिवार को भी क्वारंटाइन कर दिया गया था।

चिकित्सक के मुताबिक स्क्रीनिंग में चार ऐसे ग्रामीण मिले जिन्हें खांसी-जुकाम था। सभी को मेडिसिन देकर घर में आराम करने की सलाह दी गई। टीम में डा. सोमबीर, डा. सुदेश पाल, डा. अंकिता, डा. हरनीत, हेल्थ सुपरवाइजर सुशील कुमार और राजेश गाहल्याण शामिल रहे।

फरीदपुर की महिला ने कोरोना को हराया, अब तक 38 ठीक हुए

कोरोना से संक्रमित मरीज अब ठीक होकर घर लौटने लगे हैं। फरीदपुर की महिला ने भी कोरोना को हरा दिया। फरीदपुर गांव की 31 वर्षीय महिला 18 मई की रात्रि में पति के साथ अपने मायका बुराड़ी दिल्ली से लौटी थी। 19 मई को उसके सैंपल लिए गए। साथ में पति, सास और ससुर के भी सैंपल लिए गए थे। किसी की सिफारिश पर महिला को क्वारंटाइन केंद्र से घर भेज दिया था। 20 मई को महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो उसे घर से लाया गया। पति व सास-ससुर की रिपोर्ट नेगेटिव मिली थी। दस दिन में कोरोना को परास्त करने वाली महिला को खानपुर मेडिकल कॉलेज से शुक्रवार को डिस्चार्ज कर दिया गया है। अब तक 38 लोग ठीक हो चुके हैं।

आशा वर्करों ने 1812 घरों में दी दस्तक 

डोर-टू-डोर के तीसरे चरण में आशा वर्करों ने शुक्रवार को 1812 घरों में दस्तक दी। इन घरों में 7212 लोगों की स्क्रीङ्क्षनग की गई। इनमें से 290 लोग पुरानी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त मिले। स्क्रीङ्क्षनग के दौरान किसी व्यक्ति में कोविड-19 जैसे लक्षण नहीं मिले। 


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