Panipat Coronavirus Update: पुनर्वास केंद्र के चार बच्चे, वार्डन और स्वीपर मिले कोरोना पॉजिटिव
पॉजिटिव का आंकड़ा 53 तक पहुंच गया है 31 स्वस्थ हो चुके हैं। एक दिन में सात संक्रमित केंद्र में 31 बच्चे छह स्टाफ शुक्रवार को लिए थे सैंपल समालखा मंडी की टीचर पहले से पॉजिटिव
पानीपत, जेएनएन। कोरोना ने एक बार फिर बड़ा अटैक किया है। शिव नगर स्थित बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र के चार बच्चे, एक वार्डन और महिला सफाई कर्मी की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है। इन्हें ये संक्रमण अपनी महिला कंप्यूटर टीचर के संपर्क में आने से हुआ। दरअसल, ये टीचर समालखा सब्जी मंडी में रहती है। 21 मई को पॉजिटिव मिली थी। इसके बाद केंद्र से कोरोना जांच के सैंपल लिए गए थे। इनके अलावा गंगाराम कॉलोनी का 25 वर्षीय युवक की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। इसी के साथ पॉजिटिव का आंकड़ा 53 तक पहुंच गया है, 31 स्वस्थ हो चुके हैं।
सिविल सर्जन डा. संतलाल वर्मा ने बताया कि शनिवार को लैब से 140 रिपोर्ट मिली। इनमें से सात की पॉजिटिव है। 19 मई को समालखा सब्जी मंडी का एक आढ़ती कोरोना पॉजिटिव मिला था। 20 मई को उसके परिवार के अन्य सदस्यों के सैंपल लिए गए। 21 मई को आढ़ती की भाभी व दो बच्चे पॉजिटिव मिले। यह महिला (आढ़ती की भाभी) बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र में कंप्यूटर टीचर है। देवर की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से पहले यह केंद्र में आती रही है। 19 मार्च को भी वह केंद्र में पहुंची थी।
देवर के पॉजिटिव मिलने की खबर के बाद घर लौट गई थी। उसी से संक्रमण बच्चों और स्टाफ तक पहुंचा है। इनमें दो की आयु 12 साल, एक नौ साल और चौथा 17 वर्षीय किशोर है। सभी पॉजिटिवों को खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया है। पॉजिटिव मिले वार्डन और स्वीपर के स्वजनों के भी सैंपल लिए जाएंगे।
यहां के नौ बच्चों की रिपोर्ट लैब में लंबित है, बाकी की नेगेटिव मिली है। सिविल सर्जन के मुताबिक केंद्र के बाकी 27 बच्चों और चार कर्मचारियों को प्रेम इंस्टीट्यूट, बड़ौली स्थित क्वारंटाइन केंद्र भेजा गया है। पुनर्वास केंद्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है।
शामली उप्र. से लौटा था युवक
काबड़ी पीएचसी के अधीन गंगाराम कॉलोनी में पॉजिटिव मिला 25 वर्षीय युवक परिवार के पांच सदस्यों के साथ दो दिन पहले शामली उप्र. से लौटा था। युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव है, बाकी की लैब से आनी है। युवक को खानपुर, बाकी पांच सदस्यों को क्वारंटाइन केंद्र में रखा गया है। एरिया का पहले से ही कंटेनमेंट प्लान बना हुआ है। उसे विस्तार देकर एरिया सील किया जाएगा।
महिला चिकित्सक को भी खतरा
बाल श्रमिक पुनर्वास केंद्र में शनिवार को सैंपल लिए गए थे। इस दौरान सैंपङ्क्षलग टीम सहित एक महिला चिकित्सक भी पूरे दिन मौजूद रही थी। इतना ही नहीं उन्होंने बच्चों संग घुलते-मिलते हुए उन्हें खाने-पीने की चीजें भी मुहैया कराई थी। अब महिला चिकित्सक भी डरी हुई हैं, संभवतया रविवार को उनके भी सैंपल लिए जाएंगे।
केंद्र में रहता है आवागमन
इस केंद्र में लोगों का आवागमन बना रहता है। तमाम लोग बच्चों के लिए खाद्य सामग्री आदि लेकर पहुंचते हैं। बाल कल्याण समिति की चेयरपर्सन एडवोकेट पदमा रानी ने बताया आठ मई को उनके साथ मेयर अवनीत कौर, डा. कुंजल प्रतिष्ठा, सदस्य डा. मुकेश आर्य, एडवोकेट प्रदीप शर्मा भी केंद्र में मौजूद रहे थे। दो दिन बाद भी दो-तीन वकील बच्चों से मिलने पहुंचे थे। एक सप्ताह के अंतराल में कितने लोग पहुंचे, विजिटर रजिस्टर से नाम लिए जाएंगे।
अभी तक आठ बच्चे हुए कोरोना संक्रमित
कोविड-19 की चपेट में अब तक जिले के आठ बच्चे कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से धूप ङ्क्षसह नगर वासी 14 वर्षीय किशोर, कालखा वासी सात वर्षीय बालक स्वस्थ हो चुके हैं। समालखा के आढ़ती परिवार के दो बच्चे और केंद्र के चार बच्चे उपचाराधीन हैं।
चुपचाप निकल गई थी शिक्षका
एडवोकेट पदमा रानी के मुताबिक कंप्यूटर टीचर 19 मई को केंद्र में पहुंची थी। उसे देवर के पॉजिटिव आने की सूचना मिली तो चुपचाप खिसक गई। उसके परिवार का कोई सदस्य पॉजिटव मिला, यह नहीं बताया। 21 मई को जब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली तो अलर्ट हुए।