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पाकिस्‍तान को ब्रह्मोस तकनीक देने वाला कुरुक्षेत्र का गोल्‍ड मेडलिस्‍ट, करतूत ने किया सन्‍न

पाकिस्तान को ब्रह्मोस की तकनीक लीक करने के आरोप में पकड़ा गया युवक एनआइटी कुरुक्षेत्र का रहा है छात्र। नागपुर से किया गया गिरफ्तार। अपने साथियों का पेपर वर्क भी करता था।

By Ravi DhawanEdited By: Published: Mon, 08 Oct 2018 09:02 PM (IST)Updated: Tue, 09 Oct 2018 09:04 AM (IST)
पाकिस्‍तान को ब्रह्मोस तकनीक देने वाला कुरुक्षेत्र का गोल्‍ड मेडलिस्‍ट, करतूत ने किया सन्‍न
पाकिस्‍तान को ब्रह्मोस तकनीक देने वाला कुरुक्षेत्र का गोल्‍ड मेडलिस्‍ट, करतूत ने किया सन्‍न

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : पाकिस्तान को ब्रह्मोस मिसाइल की तकनीक लीक करने के आरोप में पकड़ा गया ब्रह्मोस यूनिट का कर्मचारी निशांत अग्रवाल एनआइटी कुरुक्षेत्र का छात्र रहा है। वह वर्ष 2013-14 में इस संस्थान से मैकेनिकल ट्रेड का गोल्ड मेडलिस्ट था। इन दिनों वह महाराष्ट्र के नागपुर में कार्यरत था। निशांत को उत्तर प्रदेश की एंटी टेरेरिस्ट स्कवाड ने पकड़ा है। सोमवार देर शाम उसके निवास से एक कंप्यूटर बरामद किया गया है, इसमें उसकी पाक दोस्त से चैटिंग का रिकार्ड मिला है।

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 एनआइटी में मैकेनिकल ट्रेड के संबंधित प्रोफेसर ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि निशांत होनहार छात्र रहा है। वह संस्थान का बेस्ट आल राउंडर रहा है। निशांत पढ़ाई के दौरान ऐसे रिसर्च पेपर लिखता था, जो स्टैंडर्ड जनरल में छपते रहे हैं। वह दूसरे विद्यार्थियों से पैसे लेकर उनके लिए पेपर लिखता था। उसके बैच से दो विद्यार्थियों का चयन ब्रह्मेस के लिए हुआ था। निशांत के फेसबुक एकाउंट पर एनआइटी के दीक्षांत समारोह से लेकर कई फोटो शेयर हैं। 20 सितंबर को उसे यंग साइंटिस्ट का अवार्ड भी मिला।

  कैसे काम करती है ब्रह्मोस मिसाइल

ब्रह्मोस कम दूरी की सुपरसॉनिक क्रूज मिसाइल है। यह कम ऊंचाई पर तेजी से उड़ान भरती है। रडॉर की आंख से बच जाती है। ब्रह्मोस का पहल सफल लॉन्च 12 जून, 2001 को हुआ था। इसका ओडिशा के चांदीपुर तट से परीक्षण किया गया था। इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र नदी और रूस की मस्कवा नदी पर रखा गया है।

  कुरुक्षेत्र में हर कोई सन्‍न

निशांत के पकडे़ जाने से कुरुक्षेत्र एनआइटी में हर कोई सन्‍न है। दरअसल, किसी को विश्‍वास नहीं हो रहा है कि वो ऐसा भी कर सकता है। देश की तकनीक क्‍यों लीक की, इस पर नाराजगी जताई है। हालांकि कोई खुलकर तो नहीं बोल रहा लेकिन सभी का कहना है कि किसी भी हालात में देश की सुरक्षा के प्रति इस तरह की काली करतूत नहीं की जा सकती।


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