कोमल भाल, वजन 90 किलो था, कम करने को रिंग में उतरी तो दिखाया 'पंच का पॉवर'
कैथल की रहने वाली कोमल भाल का राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी टीम के लिए चयन हुआ है। कोमल पहले भी कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीत चुकी है।
पानीपत/कैथल, जेएनएन। नाम कोमल भाल। अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग खिलाड़ी। 11 साल की उम्र में 90 किलो वजन था। दादा ने सोचा थोड़ा दौड़ेगी तो वजन कम होगा। कोच के पास ले गए, लेकिन यहां किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। कोच ने उसे बॉक्सिंग रिंग में उतार दिया। उसके पंच का पॉवर देखा तो सब हैरान रह गए। फिर शुरू हुई उसकी कामयाबी की कहानी।
कैथल की बॉक्सर कोमल भाल का चयन अंतरराष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी प्रतियोगिता के लिए हुआ है। चयन के लिए रोहतक में ट्रायल लिए गए थे, जिसमें 75 से 80 किलोग्राम भारवर्ग में कोमल का चयन हुआ। कोच गुरमीत ने बताया कि प्रतियोगिता 10 से 14 अप्रैल को स्पेन में होनी है। टीम में जगह बनाने के लिए कोमल दिन में चार से पांच घंटे लगातार अभ्यास करती थी।
यहां से बदली जिंदगी
कोमल ने बताया कि उनकी इस उपलब्धि के पीछे उनके कोच का हाथ है। प्रताप गेट निवासी कोमल को उसके दादा कर्म सिंह ने रिंग में उतारा था। कोमल का वजन 90 किलो था। कर्म सिंह उसे कोच के पास लेकर गए। दादा ने कहा, कोमल को थोड़ा दौड़ लगवाओ तो उसका वजन कम हो। लेकिन गुरमीत ने उसे रिंग में उतार दिया। अब कोमल स्टार खिलाड़ी बनकर जिले व देश का नाम रोशन कर रही है। कोमल इस समय हिंदू कन्या स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। इस मौके पर कोच राजेंद्र सिंह, कोच विक्रम ढुल, स्कूल प्रिंसिपल मोनिका कौशिक, जोगी राम व राधा कृष्ण ने खिलाड़ी को बधाई दी है।
ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने है उसका सपना
कोमल भाल ने बताया कि उसका सपना ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने का है। इसके लिए वह प्रयास भी कर रही है। वे पिछले साल पौलेंड में हुई 13वीं इंटरनेशनल बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड जीत कर आई थी। खास बात यह थी कि पहली बार ही इंटरनेशनल प्रतियोगिता में भाग लिया था। इसके अलावा भी कोमल नेशनल में चार व स्टेट में सात गोल्ड मेडल अपने नाम कर चुकी है।
कोमल जरूर मेडल जीतेगी
जिला खेल अधिकारी सतविंद्र गिल ने बताया कि कोमल भाल एक अच्छी बॉक्सिंग की खिलाड़ी है। उसका चयन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए भारतीय टीम में हुआ है। उन्हें विश्वास है कि कोमल मेडल लेकर ही वापस आएगी।