किसान आंदोलन समाप्त होने के बाद बदला बसताड़ा टोल का नजारा, आंदोलनकारियों के स्वागत की तैयारी
सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक रवैये के बाद आंदोलन समाप्त होने की घोषणा के साथ ही दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर आंदोलनकारियों में खुशी का माहौल दिखाई दिया। 11 दिसंबर को बसताड़ा टोल प्लाजा पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
घरौंडा/जलमाना(करनाल), जागरण टीम। दिल्ली बार्डर पर लंबे समय से चल रहा आंदोलन खत्म होने के बाद अब आंदोलनकारी वापस लौटने को तैयार हैं। इसे लेकर जिले के दोनों टोल पर माहौल में बड़े बदलाव की झलक साफ दिखाई देने लगी है। एक तरफ जहां आंदोलनकारियों ने खुशी मनाई और रागिनी गायकों की प्रस्तुतियों पर खूब झूमे तो वहीं 11 दिसंबर को बसताड़ा टोल प्लाजा पर रक्तदान शिविर लगाने तथा दिल्ली से आने वाले आंदोलनकारियों के काफिले का जोरदार स्वागत, अभिनंदन करने का निर्णय भी लिया गया है। दूसरी ओर, टोल प्रबंधन ने कामकाज की शुरुआत को लेकर तकनीकी व प्रशासनिक स्तर पर तमाम तैयारियां पुख्ता होने का दावा किया है।
सरकार की तरफ से आंदोलनकारियों की मांगों पर सकारात्मक रवैये के बाद आंदोलन समाप्त होने की घोषणा के साथ ही दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर आंदोलनकारियों में खुशी का माहौल दिखाई दिया। करीब 378 दिन से जारी आंदोलन स्थगित होने और मांगों पर सहमति की मुहर लगने से खुश आंदोलनकारियों ने एक-दूसरे काे लड्डू खिलाकर खुशी जताई और आंदोलन से जुड़े दिवंगत साथियों को नमन किया। आंदोलनकारी नेता हैप्पी औलख ने बताया कि 11 दिसंबर से किसानों की घर वापिसी शुरू हो जाएगी। दिल्ली के सिंघु बार्डर पर दिवंगतों व कुन्नूर हेलीकोप्टर क्रैश दुर्घटना में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। देंगे। इसके बाद 11 दिसंबर को 10 बजे दिल्ली से शहीद किसानों को समर्पित यात्रा शुरू होगी और जगह-जगह स्वागत किया जाएगा। यात्रा अमृतसर पहुंचकर समाप्त होगी। शिविर सुबह नौ से पांच बजे तक चलेगा।
प्योंत टोल पर निकलेगी रैली
जलमाना क्षेत्र स्थित प्योंत टोल पर जारी धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे गुरवंत सिंह संधू शेखुपुरा ने बताया कि तीन कृषि कानून वापसी किसान मजदूर एकता और लंबे संघर्ष की जीत है। संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से प्योंत टोल पर एक साल से जारी धरने प्रदर्शन को समाप्त करने के आदेश आ चुके हैं। शीर्ष नेतृत्व से टोल मुक्त करने के आदेश पर 10 दिसंबर को सुबह साढ़े नौ बजे टोल मुक्त कर दिया जाएगा। सुबह किसान टोल प्लाजा प्योंत पर कार, ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल लेकर यात्रा निकाली जाएगी। शेखुपुरा ने बताया कि किसान आंदोलन समाप्ति के अवसर पर टोल से पक्काखेड़ा, शेखुपुरा, ठरवा मजरा, कुरलन, ठरी व नेशनल हाईवे 709 ए मार्ग से होते हुए जलमाना, अलावला शेकुपुरा मंचूरी होकर प्योंत टोल पर रैली वापस पहुंचेगी। इस दौरान लखविंद्र सिंह प्योंत, हरभजन सिंह, जोगिंद्र सिंह, गुरवंत सिंह, साहब सिंह, गुरविंद्र सिंह मौजूद थे।
टोल प्रबंधन ने कसी कमर
दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर प्रबंधन भी अपने स्तर पर तमाम तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है। जागरण टीम ने दिल्ली बार्डर पर लिए गए निर्णय के कुछ समय बाद रात करीब आठ बजे बसताड़ा टोल पहुंचकर हालात का जायजा लिया। यहां अपने कार्यालय में मौजूद पाथ टोल कंपनी के महाप्रबंधक आपरेशन मनीष शर्मा व उप महाप्रबंधक अरविंद कुमार चौहान ने बताया कि टोल पर कुल 23 बूथ हैं, जिन पर दिन की अलग अलग शिफ्ट में ड्यूटी देने वाले रिलीवर को जोड़कर लगभग सौ कर्मचारियों का स्टाफ लगाया गया है। सिक्योरिटी में लगभग 70 कर्मचारी हैं।इन सभी को ड्यूटी के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं। उच्च प्रबंधन से आधिकारिक रूप से आदेश की प्रतीक्षा है। यदि 11 दिसंबर से ही काम शुरू करना हुआ, तो इसकी पूरी तैयारी है। सफाई से लेकर तकनीकी व प्रशासनिक स्तर पर भी सभी इंतजाम पुख्ता हैं।
65-70 लाख का कारोबार, अब होगा इजाफा
उत्तर भारत के सबसे व्यस्ततम टोल में शुमार दिल्ली-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे स्थित बसताड़ा टोल प्लाजा पर आंदोलन से पूर्व की स्थिति में हजारों वाहनों के आवागमन के कारण लगभग 65 से 70 लाख रुपये प्रतिदिन का दैनिक टोल वसूल किया जाता था। माना जा रहा है कि अब जब भी टोल खुलेगा तो इस राशि में करीब दस प्रतिशत की वृद्धि होगी क्योंकि, बीती एक सितंबर से टोल पर नियमानुसार नई टैरिफ लागू हो चुकी है। इसके अलावा वार्षिक औसत के आधार पर ट्रैफिक में भी वृद्धि ह़ुई है। इसे आधार माना जाए तो अब बसताड़ा टोल पर दस प्रतिशत वृद्धि के साथ लगभग 77 लाख रुपये टोल वसूली होगी। पाथ कंपनी के महाप्रबंधक मनीष शर्मा ने बताया कि फास्टैग नहीं लगाने वाले वाहनों के आवागमन पर नियमानुसार दोगुना शुल्क देना होगा। लिहाजा, टोल के काउंटर से फास्टैग लगवाने व रिचार्ज कराने में पीछे न रहें।
लंगर सेवा अभी जारी
बसताड़ा टोल प्लाजा पर लंगर सेवा बदस्तूर जारी है। वीरवार रात करीब आठ बजे जागरण टीम ने हालात का जायजा लिया तो गिनती के ही लोग लंगर चखते मिले लेकिन सेवादारों की ओर से इसके लिए पूरे इंतजाम नजर आए। कढ़ी, चावल व प्रसाद की सेवा लगातार चलती रही। सेवादारों ने बताया कि जब तक आवश्यकता होगी, तब तक लंगर जारी रखा जाएगा। उम्मीद है कि 11 दिसंबर के बाद इस संदर्भ में उच्च स्तर से आदेश मिल सकते हैं।