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पानीपत में गैंग्स ऑफ वासेपुर स्टाइल में चौधर कायम करना चाहता था वारदात का सरगना सतपाल

पानीपत में मंथली गाड़ी और नौकरी लगवाने के लिए 34 बदमाशों ने लार्सन एंड टुर्बो (एलएंडटी) के तीन अधिकारियों और एक कर्मचारी का रिफाइनरी गेट से अपहरण कर लिया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 09:00 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 09:00 AM (IST)
पानीपत में गैंग्स ऑफ वासेपुर स्टाइल में चौधर कायम करना चाहता था वारदात का सरगना सतपाल
पानीपत में गैंग्स ऑफ वासेपुर स्टाइल में चौधर कायम करना चाहता था वारदात का सरगना सतपाल

पानीपत [विजय गाहल्याण] बाल जाटान गांव के मुर्गी फार्म मालिक बीए पास सतपाल राठी उर्फ सरपंच के गैंग ने एलएंडटी अधिकारियों का अपहरण कर सनसनी फैला दी। हथियारबंद गुर्गों के जरिये अधिकारियों को इस हद तक डराया गया कि वे पुलिस के सामने मुंह तक न खोल पाए। वारदातों के बाद सतपाल का दुस्साहस बढ़ा। वह गैंग ऑफ वासेपुर फिल्म के किरदार सरदार खान के स्टाइल में रिफाइनरी के ठेकों, इनमें गाड़ी लगवाने और लड़कों को नौकरी दिलाकर गैंग की जड़े मजबूत करना चाहता था। गैंग में 34 हथियारबंद युवकों को भी शामिल किया। इन युवकों के बूते वह रिफाइनरी के आसपास दो अन्य गिरोह के बदमाशों को निशाना बनाना था। इसकी तैयारी भी हो चुकी, लेकिन इससे पहले ही सीआइए-थ्री के हत्थे चढ़ गया। पुलिस अन्य दो गिरोह के बदमाशों पर भी शिकंजा कसने में जुटी है। 

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चुनाव लड़कर सरपंच बनना था

सीआइए-थ्री प्रभारी अनिल छिल्लर ने बताया कि सतपाल पहले गांव में सरपंच के चुनाव में एक व्यक्ति को जीत दिला चुका था। तभी से वह अपने नाम के पीछे सरपंच लिखने लगा। लोग उसे सरपंच कहते तो खुश हो जाता था। भविष्य में उसका इरादा सरपंच चुनाव लड़कर जीतने का था। इसके लिए रिफाइनरी अधिकारियों से मंथली वसूल कर लाखों रुपये इक_ा करना और गांव के युवकों को काम दिलाना शुरू कर दिया था।

दोस्त महीपाल ने दी थी अधिकारियों की जानकारी

बाल जाटान गांव के महीपाल ने रिफाइनरी में एलएंटडी के अधिकारियों के लिए 44 हजार रुपये प्रतिमाह से इनोवा गाड़ी लगा रखी थी। महीपाल ही सतपाल को जानकारी देता था कि कौन से अधिकारी को धमकी देनी है और किस का अपहरण करना है। ताकि मंथली, गाड़ी लगने और युवकों को नौकरी मिलने का काम हो सके। इसी तरह से सतपाल ने अपनी गाड़ी भी कंपनी में लगवा दी थी और जीजा उदय को ड्राइवर लगवा दिया था। ताकि जीजा भी महीपाल की तरह अंदर की सूचना उसे दे सके।

10 साल बाद रिफाइनरी के आसपास गैंग सक्रिय

2010 में रिफाइनरी के आसपास अवैध तेल की बिक्री, तेल टैंकर चालकों से वसूली, रिफाइनरी में ठेके व स्क्रैप खरीदने के धंधे में बदमाश सक्रिय थे। तब तत्कालीन एसपी श्रीकांत जाधव ने शिकंजा कसा और बदमाश इलाका छोड़कर भाग गए थे। अब फिर से 10 साल पहले वाले हालात हो गए हैं। बदमाशों ने अधिकारियों से वसूल का खेल शुरू कर दिया है। इससे अधिकारी खौफजदा हैं और पुलिस भी सकते में है।

----सरगना सतपाल राठी और उसके गुर्गों से जब्त लाइसेंसी रिवाल्वर के लाइसेंस को रद कराया जाएगा। जिले में अन्य जितने भी गैंगस्टर हैं उन पर शिकंजा कसा जाएगा। तभी की कुंडली खंगाली जा रही है।

सतीश कुमार वत्स, डीएसपी मुख्यालय


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